” अपना प्रयास नया आकाश “
जब एक छोटा बच्चा चाय की दुकान पर चाय ला कर हमें देता है और हम चाय लेकर पीते हैं , परंतु क्या कभी सोचा कि उसके बचपन के सपने ,उसके जीवन के सपने जो वह देखता होगा, और जो हमें देख कर वह पूरा करना चाहता होगा, परंतु वह पूरा नहीं कर पाता और उसको आर्थिक असमानता के कारण बाल मजदूरी करनी पड़ रही है । वह कुछ बोलता नहीं अपने दर्द को अपनी मजबूरी को जीता है ।
हमें चाय देता है उसमे खुश होता है और अपने सपनों को भी वह उस चाय के साथ चूल्हा पर जला कर मारता रहता है और अपने वर्तमान को अपनी नियति मान लेता है । हम जब भी किसी चाय की दुकान पर जाते हैं और अधिकतर जगह पर कोई ना कोई एक सपना इस देश का भविष्य मरते हुए देखते हैं । भारत सबसे ज्यादा युवाओ का देश होने जा रहा है और इस देश में आज भी बाल मजदूरी एक बहुत बड़ी समस्या है और हमारे युवा होते बच्चे के सपनों का गला घुट रहा है ।
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क्या हम ऐसा कुछ कर सकते हैं कि बाल मजदूरी से घिरे बच्चों की मदद कर उन्हें आगे बढ़ाएं , क्या किसी एक बच्चे की हम शिक्षा की जिम्मेदारी लेने के लिए आगे आ सकते हैं ? और ऐसा हो सकता है अगर हम कुछ अच्छा सोच कर मदद करने को आगे आए । फिर हम सब मिलकर बहुत सारे सपनों को बचा सकते हैं । सिर्फ एक बच्चे कि पढ़ाई की जीमेवारी से हम एक बचपन और एक सपने को बचा सकते है । हम सभी आगे आए । एक बच्चे की शिक्षा मे सहायता कर सकते है हमारे साथ मिल कर l क्योकि हम है आप के साथ ” With You” NGO l
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