आपका डेबिट कार्ड एटीएम कार्ड से कहीं ज्यादा है

भारत,  जनवरी, 2019: कई बार ऐसा समय आता हैं कि आपके पास कुछ चीज़ है किन्तु आपको वह याद नही है। कल्पना कीजिए कि आप अपने दोस्तों के साथ डिनर करने बाहर गए हैं और अपना बटुआ खोलने के बाद आपको पता चलता है कि आपके पास पर्याप्त पैसा नहीं है। आप पैसा निकालने के लिए किसी नजदीकी एटीएम की तरफ दौड लगाते हैं और उसे भी बंद पाते हैं। अब अपने बटुए को दोबारा देखिए। क्या आपके साथ ऐसा हुआ है कि भुगतान करने के लिए रेस्टारेंट के पाइंट आफ सेल (पीाओएस) पर केवल आपने अपना डेबिट कार्ड स्वाइप करवाकर बिना किसी झंझट के पेमेंट कर दिया हो? यह आपके डेबिट कार्ड की ताकत है कि आप बड़ी आसानी और सुरक्षित तरीके से भुगतान कर सकते है।

 

डेबिट कार्ड क्या है ?
कई लोगों ने ऐसे कार्ड के रूप में एटीएम कार्ड की कल्पना की है, जो आपको आपके बैंक खाते के आधार पर किसी एटीएम से नकद निकालने की सुविधा प्रदान करता है। कई लोगो के डेबिट कार्ड का इस्तेमाल सिर्फ एटीएम से पैसे निकालने तक हि सीमित हो जाता है। वास्तव में कोई भी डेबिट कार्ड ग्राहकों के लिए खरीदी को सरल बनाता है। आप अपना डेबिट कार्ड निकाल कर किराना, सिनेमा के टिकिट, यात्रा टिकिट, होम डिलेवरी ,खाना , मेंबरशिप , इलेक्ट्रानिक्स सभी कुछ अपनी दैनिक आवश्यकता के अनुसार खरीद सकते हैं।

यह आपके व्यक्तिगत बैंक खाते से डिजिटली पैसा निकाल कर व्यक्तिगत रूप से या आॅनलाइन खरीदी को असान बनाने में मदद कर है। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी आंकडों के अनुसार इस समय देश में 992.4 मिलियन डेबिट कार्ड परिचालन में हैं। फिर भी इनमें से लगभग 70 प्रतिशत कार्डों को केवल एटीएम से पैसा निकालने के काम में लिया जा रहा है जो यह दर्शाता है कि केवल सीमित संख्या में ही ग्राहक डेबिट कार्ड के उपयोग के बारे में सोचते हैं।
नगद राशि निकालने के लिए एटीएम को एक आसान तथा सरल तरीके के रूप में पेश किया गया था यद्यपि लगभग हर एटीएम एक बार में केवल 10 हजार रूपए तक निकालने की सीमा देता है। किसी भी डेबिट कार्ड का उपयोग नकद निकालने के बजाए, खरीदी के लिए भुगतान करने के लिए किया जा सकता है। यह ग्राहकों और दुकानदार को को ज्यादा नकद पैसा रखने की झंझट से मुक्ति दिलाता है। यह प्रत्येक लेनदेन पर नियंत्रण रखने में भी मदद करता है क्योंकि प्रत्येक लेनदेन पर ग्राहक के रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर एक संदेश भी आता है और यह खाताधारक के मासिक स्टेटमेंट में भी दर्शाया जाता है।

इतना ही नहीं, हर बार प्रत्येक खरीदी के साथ डेबिट कार्ड से मिलने वाले विभिन्न आॅफर्स्र को भी देखा जा सकता है।
क्या डेबिट कार्ड सुरक्षित है ?
पीओएस टर्मिनल्स पर अपने डेबिट कार्ड के उपयोग करने के बारे में ग्राहकों कें मन में चिंता पैदा करने वाला एक घटक यह है कि क्या उनका कार्ड सुरक्षित है? जब कोई कार्ड धारक टर्मिनल/पीओएस की स्वीकृति पर लेनदेन के लिए भुगतान करता है, सुरक्षित लेनदेन के लिए आपको अपना पिन डालने की जरूरत होती है। जब आप अपने कार्ड के लिए सही पिन डालते हैं, केवल तब ही लेनदेन की प्रक्रिया आगे बढती है और भुगतान पूर्ण होता है।

इस बारे में साउथ एशिया, वीजा के गु्रप कंट्री कंपनी मैनेजर, टीआर रामचंद्रन का कहना है कि ‘‘ 2016 में जहां पीओएस टर्मिनल्स की संख्या महज 2 लाख थी जो आज बढकर 34 लाख से भी ज्यादा हो गई है, जिससे हमारे देश में भुगतान इंफ्रास्ट्रक्चर में लगातार सुधार हो रहा है। ऐसे टच पाइंटों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है, जहां ग्राहक भुगतान करने के लिए अपने कार्डों का उपयोग कर सकता है। जबकि सरकार डिजिटल भुगतान को बढाने के लिए लगातार इस प्रणाली में प्रयास कर रही है, अब हम जैसे नागरिकों का यह कर्तव्य है कि, इस तरह की सुविधाओं का ज्यादा प्रभावी तरीकों से उपयोग करें तथा नकद के खिलाफ देश की लडाई में अपना योगदान दें। भुगतान करने के लिए नगद राशि अंतिम उपाय होना चाहिए।‘‘

भुगतान इंफ्रास्ट्रक्चर में प्रमुख विकास के साथ भारत नकद से नकद रहित अर्थव्यवस्था की तरफ बढाने के लिए बडे़ कदम उठा रहा है। हाल ही में आरबीआई ने टोकनाइजेशन पर दिशानिर्देश जारी कर सुरखित कार्ड लेनदेन को अनुमति प्रदान की है, जिसमें ग्राहक के कार्ड नम्बर की जगह डिजिटल टोकन का उपयोग किया जाता है, जिसे किसी भी तरह से हैक नहीं किया जा सकता है। यदि कोई इसका प्रयास भी करता है ता,े यह उसके लिए अनुपयोगी साबित होता है। इसके साथ ही आरबीआई ने सभी मौजूदा मैग्नेटिक स्ट्रिप वाले कार्डो को इएमवी चिप इनेबल्ड कार्डो को बदलने की अनिवार्यता भी लागू कर दी है। बाजार में काॅंटेक्टलेस कार्डो में बढ़ते भेदन के साथ 2000 रूपए सेे कम के लेनदेन के लिए ग्राहकों द्वारा इसके उपयोग में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है।

डेबिट कार्ड कैसे प्राप्त करें ?
ग्राहकों को डेबिट कार्ड प्राप्त करने के लिए बैंक में खाता होना अनिवार्य है और इसके लिए उन्हें कुछ कागजी कार्यवाही भी पूर्ण करनी होती है। एक बार जब ग्राहक को डेबिट कार्ड मिल जाता है तो उसे बैक से प्राप्त चार अंको वाले पिन के साथ किसी एटीएम से एक्टिवेट करवाने की जरूरत होती है। डेबिट कार्ड आपको नकद के बजाए डिजिटली रूप से भुगतान करने की सुविधा प्रदान करता है, जिसमें आपके भुगतान की राशि आपके बैैेक खाते से अपने आप कट जाती है। ग्राहक चाहे तो पीओएस पर या आन लाइन या एटीएम पर डेबिट कार्ड से लेनदेन कर सकता है।

बढ़ती लागत के चलते अक्टूबर 2018 के दौरान 1300 से अधिक एटीएम बंद हो चुके हैं तथा कांॅंफिडिरेशन आॅफ एटीएम इंडस्ट्री द्वारा और भी एटीएम बंद किए जाने की चेतावनी दी जा चुकी है, अब समय आ गया है, जब केशलेस लेनदेन को अपनाया जाए और डेबिटकार्ड की मदद से खरीदी के लिए भुगतान करने की आदत डाल ली जाए, जिससे सही मायने में डेबिट कार्ड की शक्ति का उपयोग हो पाएगा।

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