ऑनलाइन स्टोर से डुप्लीकेट मार्कशीट-सर्टिफिकेट

ऑनलाइन स्टोर से डुप्लीकेट मार्कशीट-सर्टिफिकेट
इंदौर। मार्कशीट, सर्टिफिकेट अथवा डिग्री के रखने या खराब होने पर अब स्टूडेंट्स को परेशानी का सामना नहीं करना होगा। इन्हें एक क्लिक पर ऑनलाइन स्टोर से डुप्लीकेट  मार्कशीट, सर्टिफिकेट और डिग्री मिल जाएगी। केंद्र सरकार ने नेशनल एकेडमिक डिपॉजिटरी(एनएडी) प्रोजेक्ट के तहत यह व्यवस्था की है। देशभर के 152 शैक्षिक संस्थान एनडीएमएल के साथ जुड़े हुए हैं।
शैक्षिक संस्था जो डिग्री, सर्टिफिकेट आदि जारी करेगा उसकी एक प्रति उस डिपॉजिटरी एजेंसी को भेजेगी, जिससे उसका अनुबंध होगा। संबंधित डिपॉजिटरी अपने ऑनलाइन स्टोर में इन  अभिलेखों को डिजिटल फॉर्मेट मेें सुरक्षित रखेगी। केंद्र सरकार ने इस प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन के लिए यूजीसी को अधिकृत किया है। शैक्षिक संस्थाओं और विभिन्न राज्यों के परीक्षा बोर्ड द्वारा जारी किए जाने वाले सर्टिफिकेट को ऑनलाइन स्टोर करने का दायित्व दो डिपॉजिटरी एजेंसियों को सौंपा गया है। इनमें से एक है सीवीएल और दूसरा एनडीएमएल है। विभिन्न राज्यों के परीक्षा बोर्ड, विश्वविद्यालयों, कॉलेजों व अन्य उच्च शैक्षिक संस्थाओं को इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए इन दो से किसी एक संस्था के साथ अनुबंध करना होगा। 
एनएडी के फायदे
-जारी किए जाने वाले शैक्षिक अभिलेखों का नियमित और सुरक्षित रिकॉर्ड
-डुप्लीकेट शैक्षिक अभिलेख जारी करने से मुक्ति, स्टूडेंट इसे एनएडी से प्राप्त कर सकेंगे।
-जाली शैक्षिक अभिलेखों पर लगाम
-शैक्षिक अभिलेखों के सत्यापन से मुक्ति, एनएडी की साइट से सत्यापन हो जाएगा।
स्टूडेंट को
-शैक्षिक संस्था द्वारा जारी अभिलेख प्राप्त कर सकेंगे।
-शैक्षिक अभिलेखों का ऑनलाइन और स्थायी रिकॉर्ड होगा
-शैक्षिक अभिलेख खोने पर इन्हें कोई परेशानी नहीं होगी।
-किसी भी स्थान पर और 24 घंटे में किसी भी समय वे इसे प्राप्त कर सकेंगे।
कंपनियों को-
-चयनित अभ्यर्थी के शैक्षिक अभिलेख संस्था में भेज सत्यापन नहीं करवाना होगा
-एनएडी की साइट पर जाकर शैक्षिक अभिलेख की अधिकृत कॉपी को एक्सेस कर सकेंगे
-जाली और फ्रॉड अभिलेखों पर नौकरी नहीं दी जा सकेगी।

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