बचपन में मनप्रीत को हॉकी खेलने से रोकते थे घरवाले

भुवनेश्वर। मनप्रीत सिंह की कप्तानी में भारतीय टीम विश्व कप हॉकी में खेल रही है। वहीं मनप्रीत जब छोटे थे तब उनकी मां उन्हें हॉकी खेलने से रोकती थी। दरअसल मनप्रीत तीनों भाईयों में सबसे छोटे थे। हॉकी खेलते कहीं उनको चोट न लग जाए इसलिए उनकी मां और अन्य घरवाले उन्हें हॉकी खेलने से रोकते थे। आज वहीं मनप्रीत भारतीय टीम के कप्तान बन गये हैं। तब जो मां अपने बेटे को खेलने से रोकती थी अब वहीं मां अपने बेटे की कप्तानी और उसका खेल देखने के लिए भुवनेश्वर गई हैं।

बचपन में मनप्रीत के बड़े भाई अमनदीप और सुखराज हॉकी खेलते थे। वह उन्हें देखने के लिए मिट्ठापुर के खेल मैदान में पहुंच जाता था। दोनों भाइयों को हॉकी खेलते देख मनप्रीत ने भी आठ वर्ष की उम्र में ही हॉकी खेलना शुरु कर दिया। घरवाले मनप्रीत को हॉकी खेलने से रोकते थे लेकिन उनकी जिद के आगे किसी की नहीं चलती थी। कई बार मनप्रीत को कमरे में बंद कर दिया जाता था, लेकिन वो खिड़की खोल और दीवार फांदकर मैदान में पहुंच जाता था। मनप्रीत हॉकी खेलने के लिए रिश्तेदारों के समारोहों तक में नहीं जाता था। मनप्रीत की मां निर्मलजीत कौर का कहना है कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि इस बार भारतीय टीम विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन करेगी।

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