बेंगलुरु। ऑनलाइन शापिंग कंपनी फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक (सीईओ) बिन्नी बंसल ने उस महिला के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिनके आरोपों के चलते उन्हें कंपनी से अचानक त्यागपत्र देना पड़ा था। हालांकि, बाद में बंसल ने शिकायत वापस ले ली। इस मामले से वाकिफ दो सूत्रों ने यह जानकारी दी है। बंसल के एक करीबी सूत्र ने बताया, बिन्नी ने महिला के खिलाफ ब्लैकमेल करने और झूठे आरोप लगाने को लेकर पुलिस से शिकायत की थी। पुलिस ने जब महिला को स्टेटमेंट देने के लिए बुलाया तो उन्होंने वॉलमार्ट से बिन्नी की शिकायत करने के लिए माफी मांगी।
सूत्र ने बताया, इसके बाद बिन्नी ने इस मामले को वापस लेने का फैसला किया। वह जब चाहें, इस केस को फिर से खुलवा सकते हैं। बंसल ने कोरामंगला पुलिस थाने में महिला के खिलाफ इसी महीने शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने 13 नवंबर को फ्लिपकार्ट से इस्तीफा दिया था। इसके कुछ दिनों बाद उन्होंने शिकायत दर्ज कराई थी। कंपनी के बोर्ड में वॉलमार्ट के संस्थापक सैम वॉल्टन के पोते स्टुअर्ट वॉल्टन, वॉलमार्ट इंटरनेशनल की प्रेसिडेंट जूडिथ मैकेना और वॉलमार्ट कनाडा और एशिया के रीजनल सीईओ डर्क वान डेन बर्घे शामिल हैं। बिन्नी ने फ्लिपकार्ट में ग्रुप सीईओ के पद से इस्तीफा देने के बाद पिछले हफ्ते पुलिस में शिकायत करने का निर्णय लिया था।
बिन्नी ने साल 2007 में सचिन बंसल के साथ मिलकर फ्लिपकार्ट की स्थापना की थी। इस साल अमेरिकी रिटेल जायंट वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट में 77 प्रतिशत स्टेक खरीदा था। महिला के आरोप लगाने के बाद वॉलमार्ट ने बिन्नी की जांच एक बाहरी एजेंसी से कराई थी, जिसमें उन्हें ‘पर्सनल मिसकंडक्ट’ का दोषी पाया गया। बिन्नी ने जब इस्तीफा दिया था, तब फ्लिपकार्ट ने आरोपों की तफसील से जानकारी नहीं दी थी। इतना बताया गया था कि फ्लिपकार्ट की एक पूर्व एंप्लॉयी ने आरोप लगाए थे, जो जांच में सही नहीं पाए गए। वॉलमार्ट ने 13 नवंबर के स्टेटमेंट में कहा था कि जांच में महिला के आरोप गलत पाए गए, लेकिन इससे बिन्नी की तरफ से पारदर्शिता नहीं बरतने की गलती सामने आई थी।
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