1100 के पार पहुंचे देश में घरेलू एलपीजी के दाम – मिजोरम, दार्जिलिंग और जम्मूकश्मीर में उछले गैस के भाव

मुंबई। सिलेंडर के आधार मूल्य में बदलाव और उस पर कर के प्रभाव के साथ साथ सरकार के एलपीजी डीलरों के कमीशन बढ़ाये जाने के बाद सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर के दाम में जून से लेकर 9 नवम्बर तक छह माह में छह बार वृद्धि की गई है। तब से लेकर अब तक दाम 14.15 रुपये तक बढ़ गए हैं। सार्वजनिक क्षेत्र की खुदरा ईंधन कंपनियों की कीमत अधिसूचना के अनुसार 9 नवम्बर 2018 को 14.2 किलो के सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर के दाम देश के कई हिस्सों में तो एलपीजी के दाम 1100 रुपये प्रति सिलेण्डर को पार कर गये हैं।

पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग और मिजोरम में प्रति सिलेण्डर 1111 रुपये का हो गया है वहीं जम्मू कश्मीर में यह 1000 रुपये पर पहुंच गया है। देश के महानगरों में दिल्ली में एलपीजी प्रति सिलेण्डर 925 रुपये है, जबकि मुंबई में यही सिलेण्डर 945 रुपये का है। चैन्नई में यह 935 रुप्ये का है जबकि कोलकाता में यह 923 रुपये का है। महानगरों के साथ साथ मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में यह 952 रुपये का है जबकि इंदौर में यह 955 रुपये प्रति सिलेण्डर है। इसी तरह उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रति सिलेण्डर 945 रुपये है। विदित हो कि एलपीजी उपभोक्ताओं को बाजार मूल्य पर रसोई गैस सिलेंडर खरीदना होता है। हालांकि, सरकार साल भर में 14.2 किलो वाले 12 सिलेंडरों पर सीधे ग्राहकों के बैंक खाते में सब्सिडी डालती है।

गौरतलब है कि औसत अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क दर और विदेशी मुद्रा विनिमय दर के अनुरूप एलपीजी सिलिंडर के दाम तय होते हैं, जिसके आधार पर सब्सिडी राशि में हर महीने बदलाव होता है। जब अंतरराष्ट्रीय दरों में वृद्धि होती है तो सरकार अधिक सब्सिडी देती है, लेकिन कर नियमों के अनुसार रसोई गैस पर माल एवं सेवाकर (जीएसटी) की गणना ईंधन के बाजार मूल्य पर ही तय की जाती है। ऐसे में सरकार ईंधन की कीमत के एक हिस्से को तो सब्सिडी के तौर पर दे सकती है, लेकिन कर का भुगतान बाजार दर पर करना होता है. इसके चलते कीमतें में वृद्धि होती है।

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