सब टीवी पर प्रसारित होने वाले ‘तेनाली रामा’ के महान राजा मानव गोहिल के साथ बातचीत
सबके दिलों की धड़कन और प्रतिभाशाली अभिनेता मानव गोहिल, जो फिलहाल ‘तेनाली रामा’ शो में विजयनगर के राजा कृष्णदेव राय के रूप में नजर आ रहे हैं। मानव को उनके इस अनूठे किरदार के लिये काफी तारीफें मिल रही हैं। वो महान राजा की भूमिका निभा रहे हैं, जिन्होंने अपने सारे शत्रुओं को पराजित किया और हमेशा अपने साम्राज्य को बचाया है। वो अपने न्याय के लिये जाने जाते हैं। तेनाली रामा की चतुराई और समस्याओं को सुलझाने के काव्यात्मक तरीके से बड़े प्रभावित होकर, तेनाली रामा को अपने मंत्रीगण में शामिल कर लेते हैं। यहां प्रस्तुत है कृष्णदेव राय के रूप में मानव गोहिल से संक्षिप्त बातचीत।
‘यम हैं हम’ के बाद आपने ‘तेनाली रामा’ जैसी लोककथाओं की सीरीज क्यों चुनी?
जब भी मैं कोई शो चुनता हूं, मैं उस व्यक्ति या फिर उस प्रोडक्शन हाउस से जुड़ाव को पहले देखता हूं। तेनाली कहीं ना सब टीवी वाला कनेक्शन था। उन्होंने मुझे विश्वास दिलाया था कि मैं राजा कृष्णदेव राय के रूप में मैं बिल्कुल सटीक रहूंगा। यम के साथ मेरा अनुभव अद्भुत रहा था, इसलिये सब टीवी के साथ दोबारा काम करने के लिये मैं उत्सुक था। मुझे उनके साथ काॅमेडी करना पसंद है। साथ ही मैं ड्रामा और डेली सोप से थोड़ा ऊब भी गया था। यही वजह थी कि मैंने ‘तेनाली रामा’ को चुना।
‘तेनाली रामा’ में आपका किरदार कितना अलग है?
मैं अब भी इसके बारे में सोचता रहता हूं कि कैसे मैं किरदार को और अधिक अलग अंदाज में निभा सकता हूं। वो एक राजा है और एक राजा बनने के लिये किन बातों की जरूरत हो सकती है, हालांकि राजा बनने के लिये ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं। इतना ही नहीं, जब मैं यम कर रहा था तो मुझे नहीं पता था कि उस किरदार को मुझे कैसे निभाना है, ऐसा ही कुछ कृष्णदेव राय के साथ भी है। मैं अब भी इस किरदार को जानने में लगा हुआ हूं। मुझे उम्मीद है कि मैं इस किरदार को पूर्ण रूप में सामने ला पाऊंगा।
आप खुद को कृष्णदेव राय के साथ कैसे जोड़ पाते हैं?
कृष्णदेव राय और मुझसे कोई भी समानता नहीं है। वो अभिमानी, हठी और तानाशाह हंै और इनमें से मैं कुछ भी नहीं हूं। मैं बहुत ही मिलनसार व्यक्ति हूं, जिसे अपने आस-पास लोगों का होना पसंद आता है।
इस भूमिका के लिये तैयारी करने के दौरान आपको किन चुनौतियों से होकर गुजरना पड़ा?
सबसे बड़ी चुनौती भाषा थी। उस जमाने की भाषा वाकई बोलने में काफी भारी-भरकम महसूस होती है। साथ ही वो जिन खास शब्दों का इस्तेमाल करते थे उन्हें याद करना भी मुश्किल होता है। मुझे सोचता था, मुझे जल्द ही इसकी आदत हो जायेगी, वहीं नायगांव में शूटिंग करना मेरी दूसरी चुनौती थी। हर दिन नायगांव का सफर आसान नहीं था, क्योंकि यह मुंबई के बाहरी इलाके में बसा हुआ है। यह एक घंटे से अधिक का सफर होता है।
‘तेनाली रामा’ जैसे काॅमेडी शो को चुनने की वजह क्या रही?
ईमानदारी से कहूं तो मुझे काॅमेडी जोनर में काम करना पसंद है और सब टीवी के साथ काम करना भी। सब टीवी के साथ मेरा जिस तरह का रिश्ता जुड़ गया है, वह बहुत खास है। पूरी टीम बड़ी मिलनसार है, जैसा मुझे कहीं नहीं मिला। इसलिये मैं सब टीवी और काॅमेडी जोनर में काम करने के लिये दृढ़ रहा, क्योंकि वो कोई भी ड्रामा शो नहीं बनाते हैं।
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