लंदन : लोगों की उम्र बढ़ने के साथ उनमें समझदारी नहीं आती है। यह दावा एक शोध में किया गया है। ओरेगॉन स्टेट यूनिवर्सिटी में हुए अध्ययन में कहा गया है कि जीवन में कठिनाइयों का अनुभव करने वाले अन्य के मुकाबले अधिक गंभीर होते हैं। इसके लिए किसी खास उम्र तक पहुंचना जरूरी नहीं होता है।
अध्ययन में विशेषज्ञों ने कहा कि लंबी बीमारी या जीवन की अन्य गंभीर परिस्थिति से गुजरने के बाद कई चीजों के प्रति हम गंभीर हो जाते है। परिस्थितियों को समझने का हुनर उनमें आ जाता है। प्रमुख शोधकर्ता डॉक्टर कैरोलिन एल्डविन का कहना है कि जीवन में आईं विषम परिस्थितियां हमें अंदर से मजबूत बना देती हैं।
इनसे निपटने में किसी भी व्यक्ति का सहयोग तंत्र उसकी मदद करता है। यह अध्ययन जेरोन्टोलॉजी पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। डॉ. एल्डविन ने कहा कि कोई व्यक्ति अपनी परिस्थिति से किस तरह उबरता है,
यह काफी हद तक उसके आसपास के माहौल पर निर्भर करता है। शोधकर्ताओं ने शोध के लिए 50 लोगों के आंकड़ों का अध्ययन किया। इनकी उम्र 56 से 91 साल के बीच थी और इसमें 36 महिलाएं व 14 पुरुष शामिल थे।
Comments are closed.