लंदन: ब्रिटेन में कॉन्टेक्ट लेंस पहनने वालों की आंखों में संक्रमण पाया गया. यह संक्रमण रोका जा सकता है लेकिन इससे व्यक्ति अंधेपन का शिकार भी हो सकता है.
ब्रिटिश जर्नल ऑफ ऑप्थालमोलॉजी में प्रकाशित शोधपत्र के मुताबिक ऐसे लोग जिनकी आंखों में संक्रमण है और वे पुन: उपयोग होने वाले कॉन्टेक्ट लेंस पहनते हैं, तो ऐसी संभावना है कि ऐसे लोगों ने अप्रभावी कॉन्टेक्ट लेंस सॉल्यूशन का इस्तेमाल किया है, उन्होंने पानी या खराब साफ-सफाई के कारण कॉन्टेक्ट लेंस को दूषित कर लिया हो.
ब्रिटेन में यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के प्रोफेसर जॉन डार्ट ने कहा, ‘‘यह संक्रमण काफी विरल है जो दक्षिण पूर्वी इंग्लैंड में प्रति वर्ष एक लाख कॉन्टेक्ट लेंस उपयोग करने वालों में से ढाई लोगों को औसत रूप से प्रभावित करता है. लेकिन इसे रोका जा सकता है. इन मामलों में बढ़ोतरी से कॉन्टेक्ट लेंस प्रयोग करने वालों को जागरूक करने पर जोर देने की जरूरत है. ’’
मानसून में बारिश बच्चों व युवाओं के चेहरे पर खुशी ही नहीं, वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण की आशंकाएं भी साथ लाती है. इस तरह मानसून हमारे शरीर के सबसे संवेदनशील हिस्से ‘आंखों’ में कुछ हानिकारक समस्याएं भी पैदा करता है.
इंडस हेल्थ प्लस की प्रिवेंटिव हेल्थकेयर स्पेशलिस्ट कंचन नायकवाडी ने मानसून के दौरान आंखों की देखभाल के लिए कुछ प्रमुख और आसान सुझाव दिए हैं. ताकि लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े.
– हमेशा अपनी आंखों के नजदीक आने वाले कपड़ों और अपने हाथों को साफ रखें. अपने निजी सामान जैसे तौलिए, चश्मा, कॉन्टेक्ट लेंस इत्यादि किसी के साथ साझा न करें. जब भी आप अपने घर से बाहर जाते हैं, तो धूप का चश्मा या चश्मा पहनें. वे बाहरी तत्वों को हमारी आंखों में प्रवेश करने से रोकते हैं.
– अपनी आंखों का बहुत सावधानी से इलाज करें. रोजाना ठंडे पानी से अपनी आंखें धोएं. जागने या कॉन्टेक्ट लेंस को हटाने के बाद अपनी आंखों को जोर से न रगड़ें. क्योंकि यह कॉर्निया को स्थायी रूप से नुकसान पहुंचा सकता है.
News Source : http://zeenews.india.com/hindi/india
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