जंतर-मंतर से पहुंचे मुलायम ने अखिलेश को दी बुजुर्गों का सम्मान करने की नसीहत

नई दिल्ली :  समाजवादी पार्टी ने सामाजिक न्याय यात्रा के जरिए आगामी लोकसभा चुनावों के प्रचार अभियान की शुरूआत कर दी। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव दोनों एक साथ मंच पर दिखाई दिए। पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव अपने भाषण में सियासी कम पार्टी को नसीहत देते ज्यादा दिखे।

उन्होंने मंच से ही इशारों-इशारों में अखिलेश को बुजुर्गों का सम्मान करने की भी नसीहत दे डाली। दिल्ली के जंतर-मंतर पर रविवार को साइकिल के जरिए सामाजिक न्याय यात्रा के समापन पर आयोजित रैली में बोलते हुए समाजवादी पार्टी के सरंक्षक मुलायम सिंह यादव ने कहा कि नौजवानों से अनुरोध है कि देश में महिलाओं की तादाद 47% है, उन्हें विशेष आदर दिया जाए और उन्हें पार्टी में अनुचित स्थान दिया जाए। उन्होंने कहा कि पार्टी आने वाले चुनावों में ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को खड़ा करें, उन्हें पदाधिकारी बनाएं।

हर कमेटी में महिला हो ब्लॉक से लेकर चुनाव तक महिलाएं सपा में हों। इस दौरान मुलायम सिंह यादव ने इशारों में ही अखिलेश यादव को भी नसीहत दे डाली। मुलायम ने कहा कि नौजवानों से अनुरोध है कि वे बड़े-बुजुर्गों का सम्मान करें, अगर सम्मान करते रहेंगे तो समाजवादी पार्टी कभी बूढ़ी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी जवान रहेगी और नौजवानों के हाथ में रहेगी। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे अपनी भाषा मधुर रखें और आशीर्वाद देते हैं कि आगे चलकर समाजवादी पार्टी को मजबूत हो। उन्होंने आगे नसीहत देते हुए कहा कि अगर पार्टी के कार्यकर्ता बेदाग रहेंगे, तो नेता बन जाएंगे।

– मोदी सरकार पर साधा निशाना
वहीं मुलायम सिंह यादव ने मोदी सरकार के भ्रष्टाचार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से आज पूरे देश में भ्रष्टाचार पूरा का पूरा छाया हुआ है, दिल्ली हो या लखनऊ में भाजपा नेता भ्रष्टाचार में डूबे हैं, पैसा कमा रहे हैं। में 2 करोड़ बेरोज़गार हैं, मोदी सरकार ने 2014 में चुनावों से पहले देश की जनता को 15 लाख रुपए देने का वादा किया था, लेकिन उन्होंने 1 रुपया तक नहीं दिया। यादव ने कहा कि मोदी सरकार झूठ बोल कर सत्ता में आई है। उन्होंने कहा कि ‘सपा की करनी और कथनी में कोई अंतर नहीं है।

– नेताजी के आने से जो ऊर्जा हमें मिली है: अखिलेश यादव
साइकिल यात्रा को संबोधित करते हुए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि हम साइकिल चलाना चाहते हैं, जंतर-मंतर से लड़ते-लड़ते लोग अपनी बात सरकार तक पहुंचाते हैं। उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय देश की ज़रूरत है, लोकतंत्र में अगर न्याय ना मिले तो हमें आवाज़ उठानी पड़ेगी। वहीं उन्होंने सपा सरंक्षक मुलायम सिंह यादव का आभार जताते हुए कहा कि नेताजी के आने से जो ऊर्जा हमें मिली है, उसकी कल्पना नहीं की जा सकती।

वे नेताजी का हर सुझाव हम मानेंगे। उन्होंने कहा कि आधी आबादी को हम मुख्यधारा में लाएंगे। अखिलेश ने कहा कि नेताजी हम पर आरोप नहीं लगा सकते क्योंकि उन्होंने तो अपनी पत्नी को लोकसभा में भेज दिया। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने कहा कि हम मानते हैं कि साइकिल का एक पहिया बाबा भीमराव आंबेडकर की विचारधारा का है और दूसरा पहिया लोहिया की विचारधारा का है।

उन्होंने नोटबंदी की जिक्र करते हुए सवाल पूछा कि नोटबंदी से कितना भ्रष्टाचार खत्म हो गया? कितना काला धन वापिस आ गया? आज 50 हजार से ज़्यादा किसान आत्महत्या कर चुके हैं। लाखों की संख्या में कारखाने बंद हो गए। वहीं जीएसटी ने नौकरियां छीन ली और सरकार कहती है कि पकौड़ा बनाओ और नाली से गैस बनालो। वहीं मोदी सरकार के ओबीसी की अलग से जनगणना के फैसले पर उन्होंने कहा कि जातिवार जनगणना कराए जाने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है, जब जाति के आधार पर जनगणना होनी चाहिए ताकि उसके मुताबिक हिस्सेदारी तय हो सके। अखिलेश ने कहा कि आधे-अधूरे आंकड़ों के साथ पूरा न्याय नहीं मिल सकता है।

– योगी पर साधा निशाना
वहीं योगी पर निशाना साधते हुए अखिलेश बोले कि किसानों और गरीबों को भरोसा सबसे ज़्यादा सपा के पास है। उनकी सरकार ने बड़ी-बड़ी सड़कें, अस्पतालों का इंतज़ाम किया। लेकिन गन्ना किसान अब दु:खी है। योगी सरकार ने पैसा नहीं दिया। यूपी के सीएम कहते हैं कि किसान ज़्यादा गन्ना पैदा करता है, तो इसीलिए डायबिटीज़ हो रही है।

कभी योगी कहते हैं बंदर भगाना है तो हनुमान चालीसा पढ़ो। अब 2019 में पता चलेगा कि कौन भागेगा। उन्होंने कहा कि यूपी के अस्पतालों में जाति पूछकर इलाज होता है, जाति पूछकर थानों में कार्रवाई होती है और जाति विशेष के लोग बड़ी कुर्सियों पर यूपी सरकार में तैनात हैं। अखिलेश ने कहा कि साइकिल चलाने का सिलसिला यहां नहीं रूकेगा।

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