प्लास्टिक से दूषित हो रहे महासागरों पर पोप फ्रांसिस ने जताई चिंता

वेटिकन सिटी : विश्व ईसाई समाज के धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने शनिवार को समुद्रों और महासागरों को प्रदूषित करने वाले प्लास्टिक से निपटने की अपील करते हुए विश्वभर में पानी को दूषित होने से रोकने के लिए बने नियमों को ठीक तरह से लागू ना किए जाने पर दुख भी व्यक्त किया।

पर्यावरण को लेकर उनके कार्यालय द्वारा व्यक्त की जा रही चिंताओं को आगे बढ़ाते हुए पोप ने ईसाई और अन्य समुदाय के नाम एक संदेश जारी किया। उन्होंने लिखा, दुख की बात है, प्रभावी विनियमन और नियंत्रण के साधनों की कमी के कारण अक्सर कई प्रयास विफल हो जाते हैं,

विशेष रूप से राष्ट्रीय सीमाओं से परे समुद्री क्षेत्रों की सुरक्षा के संबंध में। फ्रांसिस ने कहा कि हम प्लास्टिक को अपने समुद्रों और महासागरों को दूषित नहीं करने दे सकते। उन्होंने कहा, यहां भी, इस आपातकाल का सामना करने के लिए हमारी सक्रिय प्रतिबद्धता की आवश्यकता है।

प्रदूषण से निपटने के लिए पूरे विश्व में इस तरह की पहल की जा रही है। पिछले दिनों न्यूजीलैंड ने ऐलान किया कि वह स्वच्छ और हरित देश की अपनी प्रतिष्ठा और पर्यावरण की रक्षा के लिए अगले वर्ष तक प्लास्टिक शॉपिंग बैग को समाप्त कर देगा। सरकारी बयान के मुताबिक, न्यूजीलैंड में हर साल हम लाखों एक बार उपयोग में आने वाले प्लास्टिक बैग का उपयोग करते हैं

जिनमें से कई प्रकार की प्लास्टिक हमारे बहुमूल्य तटीय और समुद्री वातावरण को प्रदूषित करती है और सभी प्रकार के समुद्री जीवन को गंभीर नुकसान पहुंचाती है। रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डन और सहायक पर्यावरण मंत्री यूगेनी सागे ने यह उपाय प्लास्टिक बैग पर प्रतिबंध लगाने के लिए न्यूजीलैंड के 65000 नागरिकों की अर्जी के जवाब में उठाया है।

जैसिंडा ने कहा कि नीति धीरे-धीरे लागू की जाएगी ताकि न्यूजीलैंड के लोग परिवर्तन के आदी हो सकें। सागे ने कहा कि दुनिया भर के कई देशों ने प्लास्टिक प्रदूषण पर सफलतापूर्वक कार्रवाई की है। उन्होंने प्लास्टिक बैग को चलन से हटाने के लिए छह महीने की अवधि का प्रस्ताव दिया है।

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