नाटिंघम । भारतीय टीम के अनुभवी स्पिनर हरभजन सिंह का मानना है कि अभी भी भारतीय टीम के पास इंग्लैंड को सीरीज में हराने का पूरा अवसर है। हरभजन ने कहा कि मेजबान टीम की बल्लेबाजी काफी कमजोर है और वह स्पिन के साथ ही तेज गेंदबाजों का भी सामना नहीं कर पा रही है। इस सीरीज में मेजबान टीम अभी भी 2-1 से आगे है पर जिस प्रकार भारत ने तीसरा टेस्ट जीता है उससे टीम के हौंसले बुलंद हो गये हैं।
हरभजन ने कहा ,‘‘ इंग्लैंड का बल्लेबाजी क्रम समस्या से घिरा है। वे ऐसे खेल रहे हैं मानो भारत दौरे पर हैं।ऐसा लग ही नहीं रहा कि वे अपने देश में खेल रहे हैं।’’ उन्होंने कहा ,‘‘उनकी बल्लेबाजी स्पिन और तेज आक्रमण दोनों के सामने कमजोर पड़ रही है। उनके कुछ स्टार बल्लेबाजों का घरेलू सर्किट में औसत 30 से 35 का रहा है।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ भारत में आपको चयन के लिये नाम पर विचार होने के लिये भी 50 से ऊपर का औसत चाहिये। उनके पास एकदिवसीय में गहराई है लेकिन टेस्ट में नहीं।’’ वहीं हरभजन ने कहा कि भारतीय टीम को बिना कारणों के आलोचना का सामना करना पड़ा है।
उन्होंने कहा ,‘‘इंग्लैंड में खेलना आसान नहीं होता। आप यह नहीं कह सकते कि पिछली भारतीय टीमों ने यहां बेहतर प्रदर्शन किया। हमने 2007 के अलावा इंग्लैंड में आखिरी बार श्रृंखला कब जीती थी। हम बहुत जल्दी आलोचना करने लगते हैं।’’ हरभजन ने कहा ,‘‘ इंग्लैंड के हालात में ढलने में समय लगता है। कितना भी अभ्यास कर लो , मैच हालात अलग होते हैं।’’ उन्होंने यह भी कहा कि ओवल टेस्ट में हालात भारत के पक्ष में होंगे और दो स्पिनरों को उतारा जा सकता है।
हरभजन का यह भी मानना है कि 38 टेस्ट में 38 बदलाव ज्यादा है लेकिन टीम अगर परिणाम दे रही है तो इससे फर्क नहीं पड़ता। भारत ने कोहली की कप्तानी में 38 टेस्ट में 38 अलग अलग संयोजन के साथ खेला है। हरभजन ने कहा ,‘‘ निजी तौर पर मेरा मानना है कि 38 टेस्ट में 38 बदलाव कुछ ज्यादा है। लेकिन हर कप्तान अलग होता है
और हर टीम की जरूरत अलग होती है। जरूरत के अनुसार खिलाड़ी चुने जाते हैं और यह रणनीति उनके लिये कारगर साबित हो रही है।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ वे दक्षिण अफ्रीका में श्रृंखला जीतने के करीब पहुंचे और इंग्लैंड में श्रृंखला में वापसी की। यदि कप्तान को इस पर भरोसा है और प्रबंधन तथा खिलाड़ी राजी है तो क्या फर्क पड़ता है।’’
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