चंडीगढ़ । पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की बदौलत पुरखों की मातृभूमि से जुड़ने का मौका मिला है। यह कहते हुए इंग्लैंड से आए 14 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा चलाए गए कार्यक्रम ‘अपनी जड़ों से जुड़ो’ की सराहना की। प्रतिनिधिमंडल में शामिल प्रोग्राम के कोर्डिनेटर वरिन्दर सिंह खेड़ा के अलावा सुरिन्दर कौर खेड़ा,
करन खेड़ा, हरलीन खेड़ा, सेरेना जस्सल, रेखा जस्सल, जैसन दोसांझ, सिमरन लाल, काजल लाल, हैरी सिंह सेठी, हुनरदीप सिंह सिद्धू, सरगम छाबड़ा, तुरुण पवार, जसकरन रत्न, संजीत रत्न, जश्न सिंह गिल और किरण ने कहा कि इस प्रोग्राम द्वारा उनको पंजाब के सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक विरसे के बारे अमूल्य जानकारी मिली है। नौजवानों ने कहा कि उनका यह दौरा बड़ा ही यादगार रहेगा।
उन्होंने कहा उनको गुरुद्वारा साहिबान में नतमस्तक होने का सौभाग्य हासिल हुआ है, जिससे उनको अपने पुरखों की धरती के साथ सीधे तौर पर जुड़ने का मौका मिला है। विरासत-ए-खालसा और अन्य स्थानों पर बिताए पलों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी जानकारी हासिल हुईं,
जिनसे वे पूरी तरह अनजान थे। प्रतिनिधिमंडल ने पंजाब सरकार के यतनों की प्रशंसा करते हुए कहा कि अलग-अलग जिलों में भी उनको बहुत प्यार मिला है। उन्होंने कहा कि पंजाबियों द्वारा की गई आवभगत से यह दौरा और भी यादगार बन गया है।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह द्वारा ‘जड़ों से जुड़ो प्रोग्राम’ लंदन में सितंबर 2017 में चलाया गया था। जिस दौरान उन्होंने विदेशों में बसे नौजवान लड़के-लड़कियों, जिन्होंने पंजाब नहीं देखा, को पंजाब दौरे का न्योता दिया था। शर्मा ने कहा कि यह प्रोग्राम जहां एनआरआई नौजवानों को पंजाब के इतिहास, सभ्याचार और साहित्य बारे अवगत करवाता है, वहीं पंजाब के धार्मिक स्थानों की महत्ता भी बताता है।
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