मुंबई । 100 अरब डॉलर के टाटा ग्रुप की इनवेस्टमेंट होल्डिंग कंपनी टाटा संस ने आने वाले दिनों में 10,161 करोड़ रुपये की निवेश योजना को मंजूरी दी है। इसमें ग्रुप के फाइनेंस, इंश्योरेंस, डिफेंस, रियल्टी और रिटेल बिजनेस पर फोकस रहेगा। यह वे बिजनेस हैं कि जिन पर चेयरमैन एन चंद्रशेखरन आक्रामक दांव लगा रहे हैं। सायरस मिस्त्री को हटाए जाने के बाद चंद्रशेखरन को टाटा संस का चेयरमैन बनाया गया था।
वह ग्रुप के घाटे वाले बिजनेस से निकलने पर ध्यान दे रहे हैं। चंद्रशेखरन की दिलचस्पी उन बिजनेस में भी नहीं है,जिस बढ़ाने की गुंजाइश कम है। वह उन क्षेत्रों पर ध्यान दे रहे हैं,जिनमें तेज ग्रोथ हासिल की जा सकती है। 26 मार्च और 18 मई की बोर्ड बैंठक में टाटा संस ने टाटा एडवांस सिस्टम्स में 1800 करोड़, टाटा रियल्टी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर में 1750 करोड़, टाटा कैपिटल में 2500 करोड़,
टाटा एआईजी जनरल इंश्योरेंस में 260 करोड़, इनफिनिटी रिटेल में 250 करोड़ और सब्सिडियरी होल्डिंग कंपनी पैनाटोन फिनवेस्ट में 2,001 करोड़ रुपये के निवेश का फैसला किया था। बोर्ड ने आईडीबीआई फेडरल लाइफ इंश्योरेंस में संभावित हिस्सेदारी खरीदने के लिए 1,600 करोड़ रुपये का बजट भी तय किया है। एक अग्रेंजी अखबार को यह जानकारी मिली है।
टाटा संस को टीसीएस के बायबैक प्रोग्राम से 16,000 करोड़ रुपये के विंडफॉल गेन की उम्मीद है। इस रकम का इस्तेमाल कोर सेक्टर बिजनेस की ग्रोथ बढ़ाने के लिए किया जा सकता है। कंपनी को पिछले साल भी टीसीएस के बायबैक प्रोग्राम से 10,000 करोड़ रुपये का फायदा हुआ था। उसने इस रकम का इस्तेमाल टाटा ग्रुप की कंपनियों में क्रॉस-होल्डिंग को खत्म करने के लिए किया।
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