आर्थिक आंकड़े और विदेशी संकेतों से तय होगी बाजार की चाल

मुंबई । बीते सप्ताह खासी तेजी दिखा चुके भारतीय शेयर बाजार की चाल इस सप्ताह जारी होने वाले आर्थिक आंकड़ों, कंपनियों की पहली तिमाही के नतीजों और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों से मिलने वाले संकेतों से तय होगी। इसके अलावा, मानसून की प्रगति,

डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें भी बाजार को दिशा देने में सहायक होंगी। साथ ही अंतर्राष्ट्रीय बाजारों से मिलने वाले संकेतों, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) और घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) के निवेश से बाजार पर असर देखने को मिलेगा।

इस सप्ताह 10 जुलाई को इंड्सइंड बैंक और टीसीएस द्वारा पहली तिमाही के नतीजे जारी किए जा सकते हैं। इसके अलावा, इन्फोसिस के नतीजे 13 जुलाई को आने की संभावना है।
भारत सरकार 12 जुलाई को मई महीने के लिए औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े जारी करेगी। इस सप्ताह मानसून के आने की पूरी संभावना है।

जबकि एक से चार जुलाई के दौरान बारिश में औसत सात फीसदी की कमी दर्ज की गई।
वैश्विक स्तर पर जापान में मई महीने औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े 13 जुलाई को जारी होंगे। चीन में 10 जुलाई को महंगाई के आंकड़े जारी होंगे। अमेरिका में भी महंगाई के आंकड़े 12 जुलाई को जारी होंगे।

आर्थिक जानकारों का कहना है कि पिछले हफ्ते कमजोर शुरुआत के बावजूद सकारात्मक आर्थिक आंकड़ों से भारतीय शेयर बाजार में तेजी लौटी, मगर अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते व्यापारिक तनाव से शेयर बाजार दबाव में दिखा। यह दबाव आगे भी बना रह सकता है। विदित हो कि अमेरिका ने चीनी वस्तुओं पर 34 अरब डॉलर का शुल्क लगा दिया वहीं चीन ने भी जवाबी कार्रवाई की है। जानकारों के मुताबिक अगर औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों और मानसून की प्रगति की रिपोर्ट सकारात्मक रहने से बाजार में तेजी आने की संभावना है।

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