वाशिंगटन । 21 जून 2015 को संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित किये जाने के बाद दुनिया भर में बढ़े इसे प्रचार-प्रसार के चलते दुनिया भर में योग का बाजार करीब 5.45 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया है, जिसमें से अकेले अमरीका में ही 69 हजार करोड़ रुपए का योग से जुड़ी किताबों और एसेसरी का कारोबार हो रहा है। भारत में एक रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक योग से जुड़ा कारोबार 12 हजार करोड़ रुपए के पार हो गया है।
दुनिया भर में योगा इंडस्ट्री का मू्ल्य 8000 करोड़ डॉलर (5.45 लाख करोड़ रुपए) है। अकेले अमेरिका में ही यह इंडस्ट्री 3000 करोड़ डॉलर की है। 170 से ज्यादा राष्ट्र 21 जून को हर साल इंटरनेशनल योगा डे मनाते हैं।
एसोचैम सोशल डिवैलपैंमेंट फाउंडेशन द्वारा एक सर्वेक्षण में सामने आया है कि ये युवा जिम, शारीरिक प्रशिक्षण, मुक्केबाजी, पिलेट्स, जुम्बा, डांस या अन्य तरह की किसी फिटनेस प्रक्रिया में जाने की बजाय योग क्लास में जाना
पसंद करते हैं। सर्वेक्षण के मुताबिक साल 2015 और 2016 में भारत ने इंटरनेशनल योगा डे मनाने के लिए 34.50 करोड़ रुपए खर्च किए थे। भारत में अभी 2 लाख योग इंस्ट्रक्टर हैं और 5 लाख योग इंस्ट्रक्टर्स की आवश्यकता है। 3 हजार भारतीय योग टीचर्स चीन में सेवाएं दे रहे हैं। भारतीय योग में 5 से 25 हजार रुपए तक की राशि हर महीने खर्च करते हैं।
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