कोलंबो । महान स्पिन गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन ने श्रीलंका के खेल मंत्री फेजर मुस्तपाहा द्वारा दिए गए राष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड के सलाहकार बनने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। मालूम हो कि श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड (एसएलसी) पर आरोप लगाया था कि वह देश में खेल की स्थिति को सुधार नहीं रही है।
46 साल के मुरलीधरन ने एक बयान जारी कर कहा, मेरा मानना है कि यह बोर्ड द्वारा हमारा इस्तेमाल करने के लिए चली गई शातिर चाल है। मैं कुछ दिनों पहले महेला द्वारा कही गई बात का समर्थन करता हूं जिसमें उन्होंने अपने अनुभव से बताया था कि इस तंत्र पर भरोसा नहीं किया जा सकता क्योंकि यह बोर्ड असल मुद्दों को छुपाने की कोशिश करता है।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कुल 1334 विकेट लेने वाले मुरलीधरन ने कहा, यह बुरा है कि जब तक खेल अपने निचले स्तर पर नहीं पहुंच जाता उससे पहले ये लोग राष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ियों से संपर्क नहीं करते हैं। अगर मुझे लगा कि उनका प्रस्ताव वाकई सही है और उसमें सच्चाई है तो मैं अपने सभी कोचिंग करार खत्म कर बोर्ड के साथ जुड़ जाऊंगा।
मालूम हो कि इससे पहले, गुरुवार को मुस्तापाहा ने श्रीलंका के महान खिलाड़ियों- अरविंद डी सिल्वा, रोशन महानामा, महेला जयवर्धने, कुमार संगकारा और मुरलीधरन से अपील की थी कि वे बोर्ड के सात सलाहकार के तौर पर जुड़ें। यह अपील तब की गई तब अदालत ने 31 मई को होने वाले बोर्ड के चुनावों को टाल दिया। मुरलीधरन से पहले जयवर्धने ने भी बोर्ड की अपील को ठुकरा दिया था।
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