इंदौर में लगभग एक तिहाई लोग हाईपरटेंसिव हैं

मेदांता सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल द्वारा हाईपरटेंशन पर किया गया नवअध्ययन
 
इंदौर, 1 जून, 2018: नागरिकों को विष्वस्तरीय हेल्थकेयर प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता के तहत, मेदांता सुपर स्पेशलिटी  हॉस्पिटल, इंदौर ने बढ़ते हाईपरटेंशन  को समझने के लिए एक सर्वे का आयोजन किया। सर्वे के परिणाम डॉ. संदीप श्रीवास्तव, मेडिकल डायरेक्टर एवं डायरेक्टर, कार्डिएक सर्जरी तथा डॉ. शैलेन्द्र  त्रिवेदी, डायरेक्टर, कॉर्डियोलॉजी, मेदांता सुपर स्पेशलिटी  हॉस्पिटल ने एक पत्रकार सम्मेलन में बताए। सर्वे में शामिल 1500 लोगों में से लगभग 40 प्रतिषत लोग हाईपरटेंशन/हाई ब्लड प्रेषर से पीडि़त थे। यह अध्ययन विविध क्षेत्रों में विभिन्न आयु वर्ग के लोगों पर किया गया था। स्पेशलिटी अध्ययन के कुछ परिणाम हैं:
 
ऽ 40 वर्श से कम आयु के लगभग 38 % उत्तरदाता हाईपरटेंसिव हैं।
ऽ 29 प्रतिषत महिलाओं के मुकाबले 70 % पुरुष  हाईपरटेंशन से पीडि़त हैं।
ऽ हाईपरटेंशन से पीडि़त 41 % उत्तरदाता 40 वर्श से अधिक आयु के हैं। 
 
सर्वे के बारे में बताते हुए डॉ. संदीप श्रीवास्तव, मेडिकल डायरेक्टर एवं डायरेक्टर, कार्डिएक सर्जरी, मेदांता सुपर स्पेषियल्टी हॉस्पिटल ने कहा, ‘‘हाईपरटेंशन जटिल समस्याएं पैदा कर सकता है। इंदौर में बेहतरीन बुनियादी ढांचा है और यह पिछले दो सालों से लगातार सबसे स्वच्छ षहर का सम्मान पा रहा है। इसलिए जागरुकता एवं शिक्षा द्वारा प्रिवेंटिव हेल्थकेयर की यहां काफी संभावनाएं हैं। यह आवश्यक है कि लोग समय .समय पर अपने ब्लड प्रेषर की जांच कराएं तथा गंभीर बीमारियों से बचने के लिए हाई ब्लड प्रेशर  के कारणों, लक्षणों व नियंत्रण पर ध्यान दें।
 
डॉ. शैलेन्द्र  त्रिवेदी, डायरेक्टर, कार्डियोलॉजी ने कहा, ‘‘व्यक्ति को सेहतमंद जिंदगी के लिए अपने ब्लड प्रेषर की नियमित जांच करानी चाहिए। ब्लड प्रेषर को नियंत्रण में रखने के लिए डॉक्टर का परामर्ष, उचित दवाईयां एवं सेहतमंद जीवनशैली  बहुत जरूरी है। 
 
 

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