नई दिल्ली (ईएमएस)। वेतन बढ़ोतरी के मुद्दे को लेकर बुधवार से बैंक कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। दो दिन चलने वाली इनकी हड़ताल की वजह से बैकिंग सेवाएं प्रभावित होने की खबर है। महीने के आखिरी दो दिन हो रही इस हड़ताल से बैंक से सैलरी निकालने और एटीएम विद्ड्रॉल समेत अन्य कई सेवाओं पर इसका असर देखने को मिल सकता है। वेतन बढ़ोतरी के मुद्दे को लेकर बैंक यूनियनों और इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (आईबीए) के बीच सहमति नहीं बन पाई है। इसके बाद 10 लाख से भी ज्यादा बैंक कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं।
इस हड़ताल को लेकर भारतीय स्टेट बैंक, कैनरा बैंक, बैंक ऑफ बड़ोदा और पंजाब एंड सिंध बैंक पहले ही कह चुके हैं कि उनके यहां बैंकिंग सेवाओं पर इसका असर देखने को मिल सकता है। उन्होंने कहा था कि हड़ताल करने वाले कर्मचारियों में उनके कर्मचारी भी शामिल हैं। बैंक यूनियन के जनरल सेक्रेटरी रविंदर गुप्ता ने कहा कि हमने हड़ताल को लेकर आईबीए को 25 दिन पहले ही नोटिस दे दिया था, लेकिन आईबीए इस दौरान बैंक कर्मचारियों के साथ समझौता करने में विफल रहा। उन्होंने कहा कि बैंक कर्मचारियों को उनकी मेहनत के बराबर वेतन बढ़ोतरी नहीं दी जा रही है। बैंक यूनियनों के मुताबिक आईबीए ने उनके वेतन में दो फीसदी की बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा है।
उनका कहना है कि यह न के बराबर है। इसी के विरोध में उनकी हड़ताल है। पंजाब एंड सिंध बैंक ने कहा है कि उसकी कोशिश रहेगी कि वह हड़ताल के दौरान ग्राहकों को सेवा दे। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन में बैंक कर्मचारियों की कई यूनियनें शामिल हैं। इसमें ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कंफेडरेशन, ऑल इंडिया बैंक इम्प्लॉइज एसोसिएशन और नेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स समेत अन्य कई यूनियनें शामिल हैं।
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