संयुक्त राष्ट्र । सन् 2028 तक दिल्ली दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला शहर बन जाएगा। यह संभावना संयुक्त राष्ट्र की बुधवार को जारी रिपोर्ट में जताई गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2050 तक भारत दुनिया का सबसे ज्यादा शहरी आबादी वाला देश भी बन सकता है।
शहरोंं मेंं बढ़ेगी आबादी
दुनिया में बढ़ रहे शहरीकरण की प्रवृत्ति पर संयुक्त राष्ट्र ने रिपोर्ट जारी की है। इसमें कहा गया है कि इस समय दुनिया की 55 प्रतिशत आबादी शहरों में रह रही है, 2050 तक इसका प्रतिशत बढ़कर 68 प्रतिशत होने की संभावना है। जिन देशों में शहरों की आबादी सबसे तेज गति से बढ़ेगी उनमें भारत, चीन और नाइजीरिया शामिल हैं। 2050 तक भारत की शहरी आबादी में 41 करोड़ की वृद्धि हो जाएगी जबकि चीन में यह आबादी 25 करोड़ बढ़ेगी और नाइजीरिया के शहरों में करीब 19 करोड़ लोग बढ़ जाएंगे।
दिल्ली में आबादी बढ़ने की रफ्तार बरकरार रहेगी
आबादी के लिहाज से इस समय जापान की राजधानी टोक्यो दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाला शहर है। वहां पर 3.7 करोड़ लोग रहते हैं जबकि दिल्ली में 2.9 करोड़ लोग रहते हैं। चीन के शंघाई में 2.6 करोड़ लोग रहते हैं। मिस्र की राजधानी काहिरा, मुंबई, बीजिंग और ढाका में दो-दो करोड़ लोग रहते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2020 के बाद टोक्यो की आबादी कम होने लगेगी जबकि दिल्ली में आबादी बढ़ने की रफ्तार बरकरार रहेगी। माना जा रहा है कि 2028 में दिल्ली आगे निकल जाएगी, तब उसकी आबादी 3.7 करोड़ हो जाएगी जबकि टोक्यो की आबादी 3.6 करोड़ होगी।
भारत में ग्रामीण आबादी सबसे ज्यादा
इस समय दुनिया की सबसे ज्यादा शहरी आबादी उत्तरी अमेरिका में रहती है। वहां की 82 प्रतिशत आबादी शहरों में रह रही है। जबकि यूरोपीय देशों में 74 प्रतिशत आबादी शहरों में निवास करती है। जबकि एशियाई देशों में यह प्रतिशत 50 का है। भारत में ग्रामीण आबादी सबसे ज्यादा है जबकि चीन इस मामले में दूसरे स्थान पर है।
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