बच्चे हो रहे जादूगर आनंद के दिवाने, एक से बढ़ कर एक आयटम

आज पच्चीसवां शो, पापा, हमको और देखना है जादू l
इंदौर । दुनिया के मशहूर जादूगर ‘आनंद’ भले ही बड़ों के लिए ‘बड़े जादूगर’ हैं, लेकिन बच्चों के लिए वे बच्चे हैं। बच्चे अपने पेरेंट्स से एक बार जादू और, की जिद कर रहे हैं। स्थानीय रविंद्र नाट्य गृह मे चल रहा उनका जादू दर्शकों के साथ ही बच्चों के भी सिर चढ़कर बोल रहा है। जादूगर आनंद के कई आयटम बच्चों के लिए हैं। इन आयटमों में बच्चे परियों की दुनिया का अनुभव करते हैं। बच्चों को बड़े प्यार से संभालती है जादूगर आनंद की टीम। उनके हैरतअंगेज जादू का आलम ऐसा है कि पूरा हॉल तालियों से गूंज रहा है। बच्चे बड़े ध्यान से जादू देखते हैं। यदि उनकी पलक भी झपकती है तो वे कुछ न कुछ मिस कर जाते हैं। 
सब कुछ है लुभावना- 
करीब 7500 सेकेण्ड के इस बाल जादू शो में जादू के साथ ज्ञान-विज्ञान और आध्यात्म की भी बातें हैं। जादूगर आनंद बड़े लुभावने अंदाज में बच्चों का ज्ञानवर्धन करने के साथ ही उन्हें नैतिक-चारित्रिक रूप से सुदृढ़ होने की सीख के साथ राष्टÑभक्त होने की प्रेरणा भी देते हैं। मंच की गरिमा, भव्यता और रंगीनियां देख बच्चे भाव-विभोर हो जाते हैं। बच्चे आनंद के जादू की चर्चा घरों में भी करते हैं। बच्चों की जिद पर बड़े भी जादू देखने आते हैं। लेकिन जब हॉल में पहुंचते हैं, तो उनके मुंख से यही निकलता है कि ये जादू तो सबके लिए है। जादुई खेल के दौरान मंच पर पहुंचे बच्चों से जादूगर आनंद बड़ी आत्मीयता से मिलते हैं।
प्रेरित करती है मुस्कान- 
इंंंदोर के बच्चों के बीच खुद को पाकर खुशी से फूले नहीं समा रहे जादूगर आनंद ने शो के दौरान कहते हैं कि बच्चों की मुस्कान उन्हें हमेशा प्रेरित और आनंदित करती है। वे जहां-जहां भी जादू केम्प लगाते हैं, वहां बच्चों का खास ख्याल रखते हैं। यहां  के बच्चों के लिए उन्होंने कई नए और आकर्षक आयटम शामिल किए है। आनंद ने कहा कि उन्होंने देश-विदेश में करीब 35 हजार शो किए हैं, लेकिन जादू के प्रति जो दीवानगी उन्हें अपने देश में देखने मिल रही है, वैसी उन्हें कहीं और देखने नहीं मिली।

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