मुंबई। जॉन अब्राहम की फिल्म परमाणु को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहे थे। क्रिअार्ज प्रोडक्शन की प्रेरणा अरोड़ा और जॉन अब्राहम के बीच फिल्म की रिलीज तारीख को लेकर काफी बहस हुई। जॉन ने अपनी लड़ाई कानूनी तरीके से लड़ी और आखिरकार लगातार रिलीज तारीख टलने के बाद फिल्म की रिलीज तारीख की घोषणा हो गयी और अब यह फिल्म 25 मई को रिलीज हो रही है। खास बात यह रही कि फिल्म के ट्रेलर को ठीक उसी दिन रिलीज किया गया है, जिस दिन 20 साल पहले यानि 11 मई 1998 को पोखरण में परमाणु टेस्ट किया गया था।
फिल्म पूरी तरह से इसी ऐतिहासिक दिन को समर्पित है। खास बात यह भी रही कि ठीक दोपहर के 3 बजकर 45 मिनट में फिल्म का ट्रेलर जारी किया गया। जॉन अब्राहम इस मौके पर अपनी पूरी टीम के साथ मौजूद थे और उन्होंने फिल्म को लेकर हुए पूरे विवाद पर फिरकी लेते हुए कहा कि उन्हें ऐसा लग रहा है कि जैसे इस फिल्म की रिलीज किसी परमाणु टेस्टिंग से कम नहीं है। चूंकि फिल्म बनने के बाद भी इतने विवाद हुए है। जॉन ने स्वीकारा कि कई बार वह हत्तोसाहित भी हुए। लेकिन फिल्म के निर्देशक अभिषेक शर्मा ने उन्हें समझाया कि इस फिल्म को लेकर वह पीछे नहीं हटेंगे और सच की ही जीत होगी। ट्रेलर लांच के दौरान जॉन और फिल्म के निर्देशक अभिषेक शर्मा ने हाई कोर्ट के निर्णय को लेकर उनका धन्यवाद दिया, जिन्होंने जॉन के हक में निर्णय सुनाया है।जॉन का कहना है कि यह एक बड़ा इतिहास है और बड़ा पल है। उन्हें आश्चर्य है कि लोगों ने अब तक इस पर फिल्म क्यों नहीं बनायी।
पाकिस्तान में रिलीज
जॉन ने प्रोड्यूसर होने के नाते यह बात स्पष्ट कही है कि ये फिल्म एंटी पाकिस्तान नहीं है। जो हुआ है, उसे दिखाया गया है। तो उन्हें नहीं लगता कि उन्हें फिल्म को किसी भी हिस्से में रिलीज करने में परेशानी होगी। हालांकि फिल्म में ट्रू इवेंट हैं। लेकिन ट्रू किरदार नहीं है। यह बायोपिक फिल्म नहीं है और न ही डॉक्यूमेंट्री है। इसमें भले नाच-गाना नहीं है, लेकिन दर्शकों को फिर भी पूरी तरह से बांधे रखेगी। जॉन का कहना है कि उन्हें रिस्क लेने में मजा आता है। इसलिए वह मद्रास कैफे, विकी डोनर और अब परमाणु जैसी फिल्में बना रहे हैं। उन्होंने यह भी स्वीकारा है कि वह कभी भी बतौर प्रोड्यूसर एडल्ट कॉमेडी नहीं बनायेंगे, चूंकि वैसी फिल्में सभी बना रहे हैं और उन्हें ढर्रे पर नहीं चलना है। यही वजह है कि उन्होंने इस तरह की फिल्मों का चुनाव किया है। जॉन चाहते हैं कि अब फिल्म को लेकर किसी तरह की नकारात्मक बातें न हों।
फिल्म के निर्देशक अभिषेक शर्मा ने बताया है कि उनकी पूरी टीम ने इसे लेकर रिसर्च किया है। लेकिन उन्होंने यह भी कहा है कि फिल्म में कैरेक्टर्स के नाम रियल नहीं होंगे। चूंकि अगर वह सही नामों का इस्तेमाल करते तो उन्हें सेक्योरिटी रीजन और भी कई तरह की अनुमति लेनी पड़ती। इसलिए कैरेक्टर्स फिक्शनल होंगे।
विवाद पर बोले जॉन
जॉन ने बताया कि उन्होंने इस फिल्म में काफी वक्त दिया है। उन्होंने फोर्स 2 के बाद पूरा ध्यान इसी फिल्म पर लगा दिया, चूंकि उन्हें अच्छी फिल्में करनी थी। ऐसे में यह फिल्म उनके लिए बच्चा बन चुकी थी और कोई अगर उनके बच्चे को तंग करने की कोशिश करेगा तो वह उसे उखाड़ ही फेकेंगे। जाहिर है कि उनका इशारा फिल्म को लेकर हो रहे विवाद में फंसी दूसरी निर्माता जो कि पहले इस फिल्म से जुड़ी थीं, उन पर ही था।
सरकार के लिए स्क्रीनिंग
जॉन ने कहा कि हां उनकी जरूर कोशिश होगी कि वह स्पेशल स्क्रीनिंग के जरिये गर्वमेंट को इस फिल्म को दिखायें। बता दें कि इस फिल्म का निर्देशन अभिषेक शर्मा ने किया है, जिन्होंने इससे पहले तेरे बिन लादेन बनायी थी।
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