अफगानिस्तान में अगवा सात भारतीयों में चार झारखंड के

गिरिडीह । अफगानिस्तान में अगवा हुए सात भारतीयों में चार झारखंड के हैं। झारखंड के गिरिडीह जिले के बगोदर थाना क्षेत्र के घाघरा निवासी प्रकाश महतो व प्रसादी महतो, महुरी के हुलास महतो व हजारीबाग जिले के टाटीझरिया थाना क्षेत्र के बेडम के काली महतो को रविवार को अफगानिस्तान में अज्ञात बंदूकधारियों ने अगवा कर लिया है। ये सभी प्राइवेट कंपनी केईसी में काम करते हैं।

अफगानिस्तान के बागलान राज्य में रविवार को बिजली ट्रांसमिशन लाइन लगाने वाली भारतीय कंपनी केईसी के आठ कर्मचारियों को हथियारबंद लोगों ने अगवा कर लिया। एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक, इनमें सात भारतीय इंजीनियर शामिल हैं। इसके अलावा एक अफगान नागरिक को भी अगवा किया गया है। जिस जगह पर यह अपहरण हुआ है, वहां हाल के दिनों में तालिबान की शक्ति काफी बढ़ी है।

माना जा रहा है कि इस अपहरण में भी तालिबान का हाथ है। भारत सरकार अफगानिस्तान और बागलान प्रांत के स्थानीय प्रशासन के संपर्क में है। हालांकि, भारत सरकार अभी स्पष्ट रूप से कुछ कहने की स्थिति में नहीं है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हमें इस बात की सूचना मिली है कि बागलान में भारतीय कर्मचारियों का अपहरण हुआ है। हम इस बारे में अफगान सरकार के साथ संपर्क में हैं। इस बारे में विशेष जानकारी का इंतजार किया जा रहा है। विदेश मंत्रालय के अधिकारी अभी यह मानने को तैयार नहीं हैं कि अपहरण तालिबान के आतंकियों ने किया है।

सूत्रों का कहना है कि तालिबान निश्चित तौर पर वहां हाल के दिनों में मजबूत हुआ है, लेकिन अपराधियों के कई अन्य आपराधिक गिरोह भी वहां सक्रिय हैं। इनके निशाने पर विदेशी कंपनियों के कर्मचारी होते हैं। इस बीच, आरपीजी समूह के अध्यक्ष हर्ष गोयनका ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से इंजीनियरों की सुरक्षित रिहाई में मदद मांगी है। उल्लेखनीय है कि केईसी आरपीजी समूह की कंपनी है।

रिहाई के प्रयास जारी

बागलान प्रांत के गवर्नर अब्दुलहई नेमती ने बताया है तालिबान ने ही इन भारतीय इंजीनियरों का अपहरण किया है। भारतीय इंजीनियरों को अफगानिस्तान सरकार के प्रतिनिधि होने के शक में अगवा किया गया है।नेमती ने बताया कि उन्होंने स्थानीय लोगों के माध्यम से तालिबान से बात की है। अपहृतों की रिहाई के प्रयास किए जा रहे हैं।

काम पर जा रहे थे इंजीनियर

केईसी कंपनी इन दिनों बागलान राज्य की राजधानी पुल-ए-खुमरी के पास बिजली सब-स्टेशन लगाने का काम कर रही है। जिस समय इंजीनियरों का अपहरण हुआ उस समय वे अपने काम पर जा रहे थे। बिजली वितरण और ढांचागत निर्माण के क्षेत्र में केईसी को विश्व की प्रमुख कंपनियों में गिना जाता है। यह अफगानिस्तान में काम कर रही बड़ी कंपनियों में शामिल है। यह वहां पर बिजली की आपूर्ति करती है।

2016 में भी हुआ था भारतीय का अपहरण

अफगानिस्तान में फिरौती के लिए लोगों का अपहरण आम है। 2016 में काबुल में एक भारतीय सहायता कार्यकर्ता का अपहरण कर लिया गया था। 40 दिनों के बाद उसकी रिहाई हुई थी। भारत सरकार अफगानिस्तान में रहने वाले और वहां की यात्रा करने वाले भारतीयों के लिए समय-समय पर सुरक्षा अलर्ट जारी करती है।

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