CBSE पेपर लीक: PM की नाराजगी के बाद दिल्ली पुलिस ने तेज की जांच, कई जगहों पर छापेमारी

नई दिल्ली । केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की 10वीं के गणित और 12वीं के अर्थशास्त्र के परीक्षा लीक मामले में दिल्ली पुलिस ने बुधवार रात भर छापेमारी की कार्रवाई की। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, छापेमारी की यह कार्रवाई दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिल्ली के साथ-साथ एनसीआर के भी कई इलाकों में की है।

कहा जा रहा है कि पुलिस जल्द ही इस मामले में अहम खुलासा कर सकती है। हालांकि, दिल्ली पुलिस ने छापेमारी का आधिकारिक खुलासा नहीं किया है। वहीं, पुलिस इस मामले में अब तक 25 लोगों से पूछताछ कर चुकी है, यह संख्या बढ़ भी सकती है।

बता दें कि पेपर लीक मामले की जांच के लिए दिल्ली पुलिस ने क्राइम ब्रांच का एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित किया है। विशेष पुलिस आयुक्त आरपी उपाध्याय के मुताबिक, एसआईटी का नेतृत्व संयुक्त आयुक्त आलोक कुमार कर रहे हैं। जांच करने वाली एसआईटी में पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) और सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) रैंक के पुलिसकर्मी शामिल हैं।

CBSE ने दिल्ली पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में कहा है कि उसके पास 23 मार्च को फैक्स के जरिये पेपर लीक की जानकारी मिली थी। शिकायत के मुताबिक, 23 मार्च को फैक्स में बताया गया था कि पेपर लीक के पीछे राजेंद्र नागर नाम का शख्स है। यह शख्स कोचिंग सेंटर चलाता है।

गौरतलब है कि इसमें पहला मामला मंगलवार शाम दर्ज हुआ था, जिसमें सीबीएसई की 12वीं कक्षा के अर्थशास्त्र विषय के प्रश्न-पत्र लीक होने का मामला था। फिर बुधवार को दर्ज दूसरे मामले में 10वीं के गणित विषय के प्रश्न-पत्र लीक का मामला था। 12वीं की अर्थशास्त्र की परीक्षा 26 मार्च को, जबकि 10वीं की गणित की परीक्षा बुधवार को हुई थी।

वहीं, पेपर लीक का मामला सामने आने के बाद अब CBSE 10वीं के गणित और 12वीं के अर्थशास्त्र की परीक्षा दोबारा लेगा। देश-विदेश के सभी परीक्षा केंद्रों में इन विषयों की परीक्षा दोबारा ली जाएगी। परीक्षा तिथि की घोषणा सीबीएसई हफ्ते भर में करेगा। दोनों विषयों का प्रश्नपत्र लीक होने के बाद सीबीएसई ने यह फैसला लिया है।

गणित की परीक्षा रद होने से 10वीं के 16 लाख से अधिक छात्र प्रभावित हुए हैं। पीएम मोदी ने भी पेपर लीक होने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से बात की। उधर, दिल्ली पुलिस ने भी सीबीएसई की शिकायत पर पर्चा लीक मामले में जांच शुरू कर दी है।

बता दें कि सीबीएसई दसवीं व बारहवीं की बोर्ड परीक्षाएं पांच मार्च से शुरू हुईं थीं। 12वीं के विद्यार्थियों ने 26 मार्च को अर्थशास्त्र की परीक्षा दी थी, जबकि 28 मार्च को 10वीं के विद्यार्थियों ने गणित की परीक्षा दी थी, लेकिन दोनों विषयों के प्रश्नपत्र परीक्षा शुरू होने से पहले ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे। इसके बाद सीबीएसई ने परीक्षा की शुचिता और छात्रों के हितों का ध्यान रखते हुए दोनों विषयों की परीक्षा रद कर फिर से कराने का निर्णय लिया। इससे पहले भी 12वीं एकाउंटेंसी का पेपर भी लीक होने की बात कही गई थी, लेकिन बोर्ड ने इसे अफवाह बताया था।

जावड़ेकर ने जताया खेद

मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने पेपर लीक होने पर खेद जताया है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि यह तय है कि पेपर लीक करने के पीछे कोई गिरोह योजनाबद्ध तरीके से काम कर रहा था, जो जल्द पकड़ा जाएगा। मुझे पता है कि पेपर लीक होना दुखद है।

अब लीक नहीं होंगे पेपर

जावड़ेकर ने छात्रों और अभिभावकों को विश्वास दिलाते हुए कहा कि भविष्य में पेपर लीक नहीं होंगे। इसको रोकने के लिए परीक्षा केंद्रों को अब आधे घंटे पहले इलेक्ट्रॉनिक कोडेड पेपर मिलेंगे और पासवर्ड प्रूफ पेपर का प्रिंट आउट निकालकर परीक्षार्थियों को केंद्र पर ही दिया जाएगा।

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