पड़ोसी देश बांग्लादेश से हो रही है दिल्ली-एनसीआर में जाली नोटों की सप्लाई

गाजियाबाद । विजयनगर पुलिस ने दो लाख रुपये के जाली नोटों के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपितों के पास से 2-2 हजार रुपये के 100 जाली नोट बरामद किए हैं। चेकिंग के दौरान बुधवार की रात को पकड़े गए आरोपितों की तलाशी ली गई तो दो लाख रुपये मिले।

शुरुआती जांच में नोट की प्रिंटिंग पर संदेह हुआ, जिसके बाद पुलिस आरोपितों को हिरासत में लेकर थाने ले आई। यहां जांच में नोट जाली पाए गए। इसके बाद पुलिस ने मालदा के हरिश्चंद्रपुर थाना इलाके में करियाली गांव निवासी मोहम्मद उजीर और मोहम्मद मेराज को गिरफ्तार कर लिया। 40 फीसद मिलता है कमीशन

एसएसपी वैभव कृष्ण ने प्रेसवार्ता में बताया कि बरामद नोटों को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा जाएगा, ताकि यह पता लगाया जा सके कि ये नोट किस तरह बनाए जा गए हैं। पकड़े गए दोनों आरोपित कुरियर का काम करते हैं। नोटों को उनकी कीमत का 20 फीसद इन्हें कमीशन दिया जाता है।

आरोपितों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि यह रुपया वे एक व्यक्ति को सप्लाई करने आए थे। इससे पहले भी दोनों दिल्ली के कई स्थानों पर जाली नोटों की खेप सप्लाई कर चुके हैं। एसएसपी ने बताया कि ये नोट दिखने में बिल्कुल असली हैं। चे¨कग करने वाली टीम ने पहले इतने अधिक रुपयों को लेकर ही पूछताछ की थी। मगर रुपये हाथ में लेने के बाद पुलिसकर्मियों को संदेह हुआ। बांग्लादेश से होती है सप्लाई

पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि उन्हें नोट बनाने के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। हालांकि उन्होंने नोट बांग्लादेश में बनाए जाने की बात कही है। आरोपितों ने बताया कि बॉर्डर के रास्ते जाली नोटों की खेप मालदा पहुंचती है। यहां से पूरे देश में सप्लाई की जाती है। उन्होंने बताया कि रुपये देने और लेने वाले किसी भी व्यक्ति के बारे में उन्हें नहीं पता होता है। पैसे देने के लिए कोडवर्ड का प्रयोग होता था। उनका कार्य सिर्फ नोट लेकर जाना होता था। जाली नोटों के बदले 40-50 फीसदी कीमत के असली रुपये लेकर वे लौट जाते थे। एसएसपी ने बताया कि स्थानीय खुफिया विभाग के अलावा एटीएस और आइबी की टीमों ने आरोपितों से पूछताछ की है। तलाशी में आरोपितों से सिर्फ आधार कार्ड मिले हैं, जिनकी जांच कराई जा रही है।

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