लखनऊ । परिवर्तन के नारे के साथ प्रचंड बहुमत से हासिल की गई उत्तर प्रदेश की सत्ता को लोकप्रिय बनाने के लिए सोमवार से नई पहल शुरू हो गई। योगी सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर लोकभवन में आयोजित सरकारी समारोह में भाजपा संगठन और कार्यकर्ताओं को भी तरजीह मिली। यह पहल न केवल सरकार की चमक तेज करने के लिए थी बल्कि 2019 में मोदी को फिर प्रधानमंत्री बनाने का संकल्प भी था।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय, प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल और राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. अनिल जैन की मौजूदगी संगठन का महत्व बताने के लिए थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के इस्तीफे से रिक्त हुई गोरखपुर और फूलपुर संसदीय सीट पर मिली पराजय के कड़वे स्वाद को भूल योगी सरकार ने नए उत्साह के साथ दूसरे वर्ष की पारी शुरू कर दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर जब घोषणा की ‘हम प्रदेश में मिट्टी को रायल्टी फ्री कर रहे हैं तब उत्साह के साथ पूरा सभागार तालियों से गूंज उठा। यह तालियां समारोह में आये विधायकों और सांसदों की भी थी।
दरअसल, मिट्टी, मौरंग और बालू की समस्या ने जनप्रतिनिधियों के लिए मुश्किल खड़ी कर दी थी। योगी ने जनप्रतिनिधियों से लेकर आमजन तक के लिए उम्मीद जगाई। 47 मिनट के उनके भाषण में कई बार मोदी और उनकी योजनाओं का जिक्र आया। योगी ने सबका हौसला बढ़ाया और विपक्ष पर खूब बरसे। यह संकेत था कि 15 वर्षों में सपा-बसपा की सरकार में जो भी कारनामें हुए उसे जनप्रतिनिधि याद रखें और जनता को बताते रहें। योगी ने भ्रष्टाचार पर एक्शन के लिए पोर्टल लागू कर यह भी साफ कर दिया कि अब वह निचले स्तर पर भी किसी तरह की शिकायत बर्दाश्त करने के मूड में नहीं हैं।
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