नई दिल्ली: त्रिपुरा के नतीजों पर इस बार ख़ास नज़र रहने वाली है, जहां पिछले 25 साल से लेफ्ट की सरकार है लेकिन इस बार बीजेपी उन्हें तगड़ी चुनौती देती नज़र आ रही है.
त्रिपुरा में किसी सरकार बनेगी इसके लिये इंतज़ार बस कुछ घंटों का ही रह गया है. फिर से माणिक सरकार की सरकार बनेगी या इस बार कुछ बदलेगा. इस पर त्रिपुरा बीजेपी के प्रमुख बिप्लव कुमार देब से एनडीटीवी से बात की.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बिप्लव कुमार देब ने कहा कि त्रिपुरा में पहले से ही बदलाव के मूड है. कांग्रेस कैडर आधारित पार्टी नहीं है और उसका गांव में कोई आधार नहीं है. त्रिपुरा की जनता राजनीतिक रूप से जागरूक है और 2014 के बाद पंचायत चुनाव में बीजेपी को 221 सीटें मिली है.
उन्होंने कहा कि चुनाव के लिए हमने कड़ी मेहनत की है और यह एकतरफा चुनाव होंगे. हमें 45-50 सीट की उम्मीद है.
पूर्वोत्तर के तीन राज्यों मेघालय, नागालैंड और त्रिपुरा के नतीजे शनिवार को आएंगे. त्रिपुरा में 18 फरवरी को वोट डाले गए थे जबकि नागालैंड और मेघालय में 27 फरवरी को वोट डाले गए थे. इन सभी राज्यों में विधानसभा की 60-60 सीटें हैं लेकिन किसी ना किसी कारण से तीनों राज्यों में 59-59 सीटों पर ही मतदान हुए थे.
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