जम्मू। जम्मू के कठुआ में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी गोलाबारी में दो जवान शहीद हो गए हैं। दो स्थानीय लोगों की भी मौत हो गई। 22 घायल हुए हैं। पाकिस्तानी गोलाबारी का भारत ने भी कड़ा जवाब दिया। जवाबी कार्रवाई में सीमा पार भारी नुकसान की सूचना है। पाकिस्तान ने शुक्रवार को 50 से ज्यादा चौकियों व 100 से अधिक गांवों पर जमकर मोर्टार दागे। अंतरराष्ट्रीय सीमा से पुंछ में नियंत्रण रेखा तक 18 सेक्टरों में पाकिस्तान की ओर से की जा रही भारी गोलाबारी से युद्ध जैसे हालात बन गए हैं। पाकिस्तानी गोलाबारी से पिछले तीन-चार दिनों में चार जवान शहीद हो चुके हैं। शहीदों की पहचान सीमा सुरक्षा बल की 173वीं वाहिनी के हेड कांस्टेबल जगपाल सिंह निवासी बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश तथा सेना की छह मद्रास रेजिमेंट के लांस नायक (34) शाम इब्राहिम निवासी केरल के रूप में हुई है।
वहीं सीमांत क्षेत्रों में हालात को देखते हुए 15 से ज्यादा गांव खाली हो गए हैं। ग्रामीण अपने परिवारों सहित राहत शिविरों व अपने रिश्तेदारों के घर आ गए हैं। प्रशासन ने सीमांत क्षेत्रों में स्कूलों को भी अगले आदेश तक बंद रखने का आदेश जारी कर दिया है।
सुबह से ही गोलाबारी
शुक्रवार सुबह पौने सात बजे पाकिस्तानी रेंजर्स ने कठुआ, सांबा व जम्मू जिले में एक साथ तीन दर्जन के करीब चौकियों व सभी सीमांत गांवों पर गोले दागने शुरू कर दिए। अधिक नुकसान जम्मू के आरएसपुरा में हुआ। सई खुर्द व कोरोटाना खुर्द में गिरे मोर्टार के गोलों से दो लोगों की मौत और सात लोग घायल हो गए। सांबा सेक्टर की चलयाड़ी पोस्ट पर पाकिस्तान की अकरम शहीद पोस्ट से गोलाबारी में सीमा सुरक्षा बल के हेड कांस्टेबल जगपाल सिंह शहीद हो गए। इसी दौरान रामगढ़ सेक्टर में सीमा सुरक्षा बल की 176वीं वाहिनी के दो जवान हेड कांस्टेबल सत पाल सिंह व हेड कांस्टेबल आदर्श गोलाबारी से घायल हो गए। इसके अलावा रामगढ़ सेक्टर के गांव मालशाह में तिलक राज व गांव खाखरेचक में रंजीत सिंह घायल हो गए। वहीं अखनूर के बट्टल सेक्टर में सेना के लांस नायक शाम इब्राहिम भी गोलाबारी में शहीद हो गए।
इन सेक्टरों में हो रही गोलाबारी
कठुआ के हीरानगर सेक्टर में, सांबा के रामगढ़ सेक्टर , जम्मू जिला के अरनिया, आरएसपुरा व अखनूर सेक्टर , राजौरी के मंजाकोट, गंभीर, झंगड़, कलसियां, कलाल, भवानी व लाम सेक्टर और पुंछ के तरकुंडी, बालाकोट, बीजी, मनकोट, मेंछर, व पुंछ सेक्टर में।
घुसपैठ की मंशा से युद्धविराम का उल्लंघन
पाकिस्तान रेंजरों का अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गोलाबारी तेज करने का मकसद आतंकियों की घुसपैठ करवाना हो सकता है। गणतंत्र दिवस से पूर्व आतंकी जम्मू संभाग में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं।
-एसडी सिंह, इंस्पेक्टर जरनल ऑफ पुलिस, जम्मू संभाग
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