लखनऊ। शासन ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर टोल टैक्स की दरें तय कर दी हैं। वहीं एक्सप्रेस वे पर विभिन्न श्रेणियों के वाहनों के लिए निर्धारित की गई टोल टैक्स की दरों में मार्च तक 25 प्रतिशत की छूट देने का भी फैसला किया है। एक्सप्रेस वे पर टोल टैक्स की दरें 19 जनवरी की मध्य रात्रि से लागू होंगी।
उप्र एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने एक्सप्रेस वे पर वसूली जाने वाली टोल टैक्स की जो दरें प्रस्तावित की थीं, उस पर अंतिम निर्णय लेने के लिए सोमवार को शासन में बैठक हुई। बैठक में यूपीडा की ओर से प्रस्तावित दरों को मंजूरी दे दी गई। बैठक के बाद औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने बताया कि टोल टैक्स की दरों का निर्धारण एक तय फॉर्मूले के तहत किया गया है।
सरकार ने एक्सप्रेस वे पर वाहनों के लिए तय की गई टोल टैक्स की दरों पर मार्च तक 25 फीसद की छूट देने का फैसला किया है। इस छूट के बाद एक्सप्रेस वे पर कार, जीप, वैन या हल्के मोटर वाहन से आगरा से लखनऊ या लखनऊ से आगरा जाने पर एक तरफ का टोल टैक्स 570 रुपये वसूला जाएगा। इसी तरह अन्य श्रेणियों के वाहनों के लिए भी छूट के बाद वसूले जाने वाले टोल टैक्स की दरें तय की गई हैं। एक से दूसरे छोर तक जाने की बजाय एक्सप्रेसवे के कुछ हिस्से का इस्तेमाल करने वाले वाहनों से तय की गई दूरी के आधार पर समानुपातिक रूप से टोल टैक्स वसूला जाएगा।महाना ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रचलित व्यवस्था की तरह आगरा एक्सप्रेस वे पर भी विशिष्ट व्यक्तियों, सरकारी वाहनों, एम्बुलेंस आदि वाहनों को टोल टैक्स से पूरी छूट दी जाएगी।
दोपहिया वाहनों को 50 फीसद छूट : महाना ने कहा कि एक्सप्रेस वे पर सामान्यत: दोपहिया वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित होता है। फिर भी यदि कोई दोपहिया वाहन एक्सप्रेस वे पर आता है तो उससे कार, जीप और हल्के मोटर वाहन के लिए निर्धारित दर का 50 फीसद टोल टैक्स वसूला जाएगा। इस हिसाब से आगरा से लखनऊ जाने वाले दोपहिया वाहन से 285 रुपये टोल टैक्स वसूला जाएगा।
समय और ईंधन की बचत
महाना ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर वाहनों के लिए निर्धारित टोल टैक्स की दरों को औचित्यपूर्ण ठहराते हुए कहा कि लखनऊ-कानपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग की कुल दूरी 364 किलोमीटर और अभी इस पर कार से लखनऊ से आगरा जाने पर 390 रुपये टोल टैक्स वसूला जाता है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर यात्रा करने से आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे की तुलना में 62 किमी की अधिक दूरी तय करनी पड़ती है जिसके कारण ईंधन पर लगभग 300 रुपये अधिक खर्च करने पड़ते हैं। वहीं एक्सप्रेसवे पर यात्रा से दो घंटे समय की बचत के साथ यात्रा भी सुविधाजनक होगी।
छूट की अवधि खत्म होने पर बढ़ सकती हैं दरें
सरकार के इस फैसले से तय है कि छूट की अवधि समाप्त होने पर टोल टैक्स की दरें बढ़ सकती हैं। ऐसा हुआ तो कार, जीप, वैन या हल्के मोटर वाहनों से 760 रुपये, हल्के व्यावसायिक यान, हल्के माल यान या मिनी बस से 1205 रुपये, बस या ट्रक से 2420 रुपये, भारी निर्माण कार्य मशीन, अर्थ मूविंग इक्विपमेंट्स और मल्टी एक्सल व्हीकल (तीन से छह एक्सल) से 3715 रुपये और विशाल आकार यान (सात या अधिक एक्सल) से 4770 रुपये टोल वसूला जाएगा। हालांकि महाना ने कहा कि मार्च के बाद एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक वाल्यूम के आधार पर दरों की समीक्षा की जाएगी।
25 फीसद छूट के बाद यह होंगी दरें
-कार, जीप, वैन या हल्के मोटर वाहन – 570 रुपये
-हल्के व्यावसायिक यान, हल्के माल यान या मिनी बस – 905 रुपये
-बस या ट्रक – 1815 रुपये
-भारी निर्माण कार्य मशीन, अर्थ मूविंग इक्विपमेंट्स और मल्टी एक्सल व्हीकल (तीन से छह एक्सल) – 2715 रुपये
-विशाल आकार यान (सात या अधिक एक्सल) – 3575 रुपये
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