गुरुग्राम। थल सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने कहा कि हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। इस लड़ाई में हमने दुश्मनों को लगातार पराजित किया है, लेकिन हमारे शत्रुओं ने अपनी कार्यशैली और तकनीक में काफी बदलाव किया है। अब उनकी गतिविधियां देश की सीमाओं और कुछ एरिया तक ही सीमित नहीं रही हैं। बल्कि पूरे देश के किसी भी इलाके में ऐसा हो सकता है। इसी के मद्देनजर हमने भी अपनी टैक्टिक्स और टेक्नोलॉजी में बदलाव किया है। इसके अलावा शत्रुओं से निपटने के लिए देश ने अपनी क्षमताओं का भी विस्तार किया है।
देशवासियों को भरोसा है
रावत ने यह बातें शनिवार को मानेसर स्थित नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) परिसर में 8वीं ऑल इंडिया पुलिस कमांडो कंप्टीशन के उद्घाटन के दौरान कहीं। इसमें 17 राज्यों के पुलिस बल और अन्य सैनिक बलों के कमांडो शामिल हैं। उन्होंने विभिन्न राज्यों से आए पुलिस बलों, अर्द्ध सैनिक बलों और एनएसजी कमांडो को संबोधित करते हुए कहा कि बाहरी दुश्मनों से देश को बचाने के लिए तो सेना है, लेकिन देश की आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी आप सभी की है। उन्होंने कहा कि देशवासियों को इस बात का पूरा भरोसा है कि आप सभी के होते हुए कोई उनका नुकसान नहीं कर सकता।
आतंकी अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाते
रावत ने एनएसजी के जांबाजों की तारीफ करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चुनिंदा संभ्रांत सुरक्षा एजेंसियों में इसका नाम शुमार है। काउंटर टेररिस्ट ऑपरेशंस, काउंटर हाइजैक ऑपरेशंस, प्रोटेक्शन, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समारोहों में सुरक्षा करने में वह फोर्स स्पेशलिस्ट है। इनका काम काफी शानदार रहा है। एनएसजी अपना काम बड़े ही पेशेवर ढंग से करती है। इन्हीं के कारण आतंकी अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाते हैं।
आतंकवाद से दो कदम आगे
रावत ने कहा कि के चुनिंदा अधिकारी, सीनियर कमीशन अधिकारी और जवान आपका हिस्सा हैं। वह यहां से अनुभव लेकर अपनी-अपनी सब यूनिट को ट्रेंड करते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि एनएसजी स्टेट आफ आर्ट हथियारों और तकनीक से लैस है। एनएसजी आतंकवाद से दो कदम आगे है। इसके लिए उसके पास सर्विलांस फायर पावर काउंटर यूएवी रडार जैसी तकनीक है।
आतंकवादियों का मनोबल टूट रहा है
मुंबई हमले के बाद एनएसजी ने रीजनल हब के माध्यम से अपनी पहुंच देश के कोने-कोने में बना ली है। इससे आतंकवादियों का मनोबल टूट रहा है। उन्होंने कहा कि एनएसजी द्वारा राज्यों की पुलिस को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने प्रतियोगिता में आई सभी टीमों का मनोबल बढ़ाया।
News Source :- www.jagran.com
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