नई दिल्ली। शनिवार से शुरू होने जा रहे पुस्तकों के महाकुंभ-45 वें विश्व पुस्तक मेले में कई जानी मानी शख्सियत भी शिरकत करेंगी। इनमें नृत्य, गायन एवं रंगमंच तमाम क्षेत्रों से जुड़ी हस्तियां शामिल रहेंगी। आइए जानते हैं क्या है इस बार के पुस्तक मेले में खास।
नेशनल बुक ट्रस्ट (एनबीटी) और आइटीपीओ (भारतीय व्यापार संवद्र्धन परिषद) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित नौ दिवसीय मेले का शुभारंभ सुबह 11 बजे केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर करेंगे। मशहूर पर्यावरणविद सुनीता नारायण और देश में यूरोपीय संघ के राजदूत टोमाश कोजलौस्की विशिष्ट अतिथि रहेंगे।
एनबीटी के अध्यक्ष बलदेव भाई शर्मा ने बताया कि थीम पेवेलियन कार्यक्रमों में मशहूर नृत्यांगना सोनल मानसिंह, लोक गायिका मालिनी की प्रस्तुतियों सहित सिंधी, गुजराती, पंजाबी, संस्कृत व मैथिली में भी पर्यावरण संबंधी कार्यक्रम होंगे।
इसके अलावा विश्व प्रसिद्ध लेखक रस्किन बांड और गोवा की राज्यपाल एवं वरिष्ठ लेखिका मृदुला सिन्हा सहित बड़ी संख्या में लेखक साहित्यकार भी पुस्तक मेले में पाठकों से रूबरू होंगे।
शर्मा ने बताया कि फिक्की के सहयोग से रविवार को द अशोक होटल में सीईओ स्पीक एक प्रकाशन मंच का आयोजन किया जाएगा। इस वर्ष एनबीटी के 60 वर्ष समारोह के साथ सीईओ स्पीक का फोकस ‘इंडिया यूरोपियन यूनियन पब्लिशिंग फोरम’ विषय पर आधारित होगा।
दिल्ली प्रतिलिप्यधिकार मंच द्वारा 8 और 9 जनवरी को दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस मंच में भारत सहित विभिन्न देशों के प्रकाशक भाग लेंगे।
शर्मा ने बताया कि मेले में बुजुर्गों और स्कूल ड्रेस में आने वाले बच्चों के लिए नि:शुल्क प्रवेश की व्यवस्था की गई है। दिव्यांगों के लिए प्रगति मैदान के गेट नं. एक पर व्हील चेयर की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी।
मेले का समय प्रात: 11 से रात 8 बजे तक रहेगा। टिकट दर बच्चों के लिए 20 रुपये जबकि व्यस्कों के लिए 30 रुपये है। टिकट ऑनलाइन सहित 50 से अधिक मेट्रो स्टेशनों पर भी उपलब्ध होंगी। प्रवेश प्रगति मैदान के गेट नं. एक, आठ और 10 से होगा।
Comments are closed.