वर्ष 2020-21 में 810934 मीट्रिक टन जैविक कपास का उत्पादन हुआ है, जबकि इसकी तुलना में 2019-20 के दौरान 335712 मीट्रिक टन और 2018-19 में 312876 मीट्रिक टन जैविक कपास की पैदावार हुई थी। इससे पता चलता है कि जैविक कपास की उपज कम नहीं हो रही है। पिछले पांच वर्षों के दौरान उत्पादन का राज्यवार विवरण संलग्न किया गया है।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग जैविक कपास की उपज और उत्पादकता बढ़ाने के उद्देश्य से 15 प्रमुख कपास उत्पादक राज्यों में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (एनएफएसएम) के तहत कपास विकास कार्यक्रम लागू कर रहा है। आईसीएआर – केन्द्रीय कपास अनुसंधान संस्थान (सीआईसीआर) देश में जैविक कपास के उत्पादन वृद्धि के लिए प्रौद्योगिकी के विकास तथा शोधन हेतु अनुसंधान कार्य कर रहा है। सरकार, परम्परागत कृषि विकास योजना (पीकेवीवाई) नामक एक समर्पित परियोजना के माध्यम से भी जैविक खेती को बढ़ावा दे रही है।
अनुलग्नक
2016-21 के दौरान जैविक कपास का राज्यवार उत्पादन | |||||
उत्पादन मात्रा (मीट्रिक टन) | |||||
राज्य | 2016-17 | 2017-18 | 2018-19 | 2019-20 | 2020-21 |
मध्य प्रदेश | 74027.06 | 82737.87 | 91925.51 | 84701.23 | 383133.39 |
महाराष्ट्र | 21455.54 | 33447.94 | 58423.37 | 63720.49 | 168009.36 |
गुजरात | 22364.55 | 55858.71 | 51020.28 | 55898.80 | 85782.60 |
उड़ीसा | 23034.40 | 58545.71 | 74001.57 | 103312.96 | 106495.89 |
राजस्थान | 13625.58 | 15412.85 | 34033.27 | 23211.39 | 59173.79 |
कर्नाटक | 20.08 | 578.86 | 363.35 | 1152.12 | 2998.09 |
तमिलनाडु | 0.00 | 0.00 | 1790.42 | 2369.82 | 3771.77 |
तेलंगाना | 439.26 | 856.00 | 1316.74 | 1343.86 | 1561.88 |
बिहार | 0.00 | 0.00 | 1.16 | 1.16 | 7.47 |
कुल | 154966 | 247438 | 312876 | 335712 | 810934 |
भारी उद्योग राज्य मंत्री श्री कृष्ण पाल गुर्जर ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।
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