कोरोना के दोनों लहरों में 66 फीसदी मौत 46 से 75 साल के उम्र के लोगों की : स्वास्थ्य विभाग

न्यूज़ डेस्क : हरियाणा में करीब सवा साल में कोरोना महामारी से सबसे अधिक 46 से 75 साल के लोग चपेट में आए हैं। राज्य स्वास्थ्य विभाग के आकलन के अनुसार प्रदेश में अब तक हुई कुल मौतों में इस आयु वर्ग का आंकड़ा 66 फीसदी है। राहत की बात ये है कि दोनों लहरों में बच्चों पर कोरोना का असर कम दिखा है। बच्चों में संक्रमण दर 5 फीसदी रही और कुल 25 मौतें हुई हैं।

 

 

 

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, 25 मई तक हरियाणा में कोरोना से 7,735 लोगों की मौत दर्ज की गई। इनमें से 5,154 मौत 46 से 75 आयु वर्ग की थी। कुल मौतों में से एक चौथाई से अधिक 66-75 वर्ष की आयु में थे। इस आयु वर्ग के 2,006 लोगों की कोविड -19 से मौत हुई। इसी तरह, 24 प्रतिशत मौतें 56-65 वर्ष की आयु में और 16 प्रतिशत मौत 46-55 आयु वर्ग में हुईं। पांच साल से कम उम्र के बच्चों की 16 और 6 से 15 साल के 9 बच्चों की मौत हुई है। 95 साल से ऊपर के केवल 11 लोगों की कोरोना से मौत हुई।

 

 

 

युवा 21 प्रतिशत और बच्चे पांच प्रतिशत संक्रमित

विभाग के आकलन के अनुसार, 74 फीसदी कोरोना संक्रमण 15 से 54 साल के बीच के लोगों में हुआ है। इस आयु वर्ग के 5,53,547 लोग संक्रमित हुए। 25 से 34 साल के पॉजिटिव लोगों की संख्या 7,41,785 रही। इसी तरह, 35 से 44 वर्ष के 21 प्रतिशत, 45-54 आयु वर्ग में 15 प्रतिशत और 15-24 आयु के लोग 13 प्रतिशत संक्रमित हुए। बच्चों में संक्रमण सबसे कम रहा। 5 साल से कम उम्र वालों की संख्या 7,015 रही, जो कुल मामलों के 1 फीसदी से भी कम है। इसी प्रकार, करीब 4 प्रतिशत 5 से 14 साल के बीच के बच्चे संक्रमित हुए, इनकी संख्या 33,192 रही।

 

 

 

 

तीसरी लहर में बच्चों को खतरे की आशंका

विशेषज्ञों के अनुसार, अब कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है कि यह बच्चों के लिए घातक होगी। क्योंकि पहली लहर में बच्चों पर इसका नाममात्र असर था, अब दूसरी लहर में जरूर बच्चे संक्रमित भी हुए और कुछ की मौत भी हुई। हरियाणा कोविड-19 के नोडल अधिकारी डॉ. ध्रुव चौधरी का कहना है कि फिलहाल इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए पहले से ही तैयारी में जुट गए हैं।

 

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