न्यूज़ डेस्क : अवंती लर्निंग सेंटर भारत का सबसे तेज़ी से विकसित होता एड् टेक स्टार्ट-अप है। हाल ही में यह 50 से अधिक शहरों में अपने 300 से अधिक केन्द्रों और 600 से अधिक शिक्षकों के साथ अपना विस्तार कर चुका है।
अवंती केे यू-ट्यूब चैनल के 2.5 लाख से अधिक सब्सक्राइबर हैं, इसके कंटेंट को 4.5 करोड़ मिनट तक देखा जा चुका है। आईआईटी के पूर्व छात्रों द्वारा स्थापित यह सेंटर छात्रों को मषीन लर्निंग और आर्टीफिषियल इन्टेलीजेन्सी । लर्निंग ऐप और इन-क्लास इंटीग्रेषन के ज़रिए इंजीनियरिंग एवं मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी में मदद करता है। इसे पियरसन अफार्डेबल लर्निंग फंड, माइकल एण्ड सूज़न डेल फाउन्डेशन और आशा इम्पैक्ट फंड का समर्थन प्राप्त है।
पटना, 13 अप्रैल 2019ः एड्-टेक स्टार्ट-अप, अवंती लर्निंग सेंटर, अपने फिज़िकल एवं डिजिटल माॅडल के साथ विज्ञान एवं गणित की शिक्षा के प्रतिमानों में तेज़ी से बदलाव ला रहा है। मुंबई आधारित यह स्टार्ट-अप उन छात्रों को विज्ञोन, टेक्नोलाॅजी, इंजीनियरिग, गणित विषयों में तैयारी में मदद करता है जो आईआईटी, मेडिकल एंट्रेन्स, एनईईटी तथा देश-विदेश में अन्य विज्ञान प्रवेश परीक्षाओं में कामयाबी हासिल करना चाहते हैं। बिहर के छपरा स्थित अवंती लर्निंग सेंटर के 5 छात्रों ने कामयाबी का उल्लेखनीय उदाहरण प्रस्तुत करते हुए नेशनल टैलेंट सर्च एक्ज़ाम की पहली अवस्था में टाॅप 25 छात्रों जगह बनाई है।
अनुभव वशिष्ठ (रैक 15), अमन कृष्णन (रैंक 18), अनिमेश श्री (रैंक 24), उज्जवल कुमार (रैंक 25) अैर शुभांगी राज (रैंक 25) ने एनटीसीई में कामयाबी हासिल करने अपने माता-पिता और अवंती टीम का नाम रौशन किया है। अवंती ने हाल ही में 50 शहरों और नगरों के 300 केन्द्रों में अपना विस्तार किया है और 500,000 से अधिक छात्रों को भारत के सर्वश्रेष्ठ इंजीनियरिंग एवं मेडिकल काॅलेजों की प्रवेश परीक्षा के लिए तैयार कर रहा है। इसके 11.9 लाख से अधिक छात्र आईआई प्रवेश परीक्षा में तथा 13 लाख छात्र एनईईटी में हिस्सा ले रहे हैं, ऐसे में अवंती का फिज़िकल और डिजिटल माॅडल तेज़ी से लोकप्रिय हो रहा है। अवंती की तकनीक हार्वर्ड युनिवर्सिटी के प्रोफेसर और अवंती केे अकादमिक चेयरपर्सन प्रोफेसर एरिक मज़ूर शोध पर आधारित है।
‘‘हमने डाॅ पंकज कुमार के साथ छपरा सेंट्रल स्कूल से 3 साल पहले छपरा में अपनी शुरूआत की। हमें अनुभव, अमन, अनिमेश, उज्जवल और शुभांगी पर गर्व है जिन्होंने एनटीएसई में यह कामयाबी हासिल की है और राज्य में टाॅप 25 छात्रों में अपनी जगह बनाई है। छपरा में हमारा काम दर्शात है कि सही तकनीक, अध्यपकों, स्कूल साझेदारों, की मदद से छपरा जैसे छोटे नगर भी आगे बढ़ सकते हैं, ऐसे छोटे शहरों के छात्र भी शानदार परफोर्मेन्स दे सकते हैं। हम भारत में शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने के लिए आधुनिक डिजिटल पहलों के साथ काम कर रहे हैं। हमारे पास अंवती गुरूकुल लर्निंग ऐप है जो मशीन लर्निंग एवं आर्टीफिशियल इंटेलीजेन्स की मदद से छात्रों को पर्सनलाइज़्ड अनुभव प्रदान करता है।
हार्वर्ड युनिवर्सिटी के प्रोफेसर मज़ूर के शोध पर अधारित ये तकनीकें छात्रों को सर्वश्रेष्ठ गुणवत्ता कंटेंट उपलब्ध कराती है। हम छात्रों को रट कर याद करने के बजाए अडेप्टिव लर्निंग के लिए प्रोत्साहित करते हैं।’’ अक्षय सक्सेना, सह-संस्थापक, अवंती लर्निंग सेंटर ने कहा।
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