(नई दिल्ली)। उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड और शीतलहर से जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रखा है। ठंड में गलन की स्थिति ने कोढ़ में खाज सरीखे हालात पैदा कर दिए हैं। मैदान के साथ ही पहाड़ों में भी पारा लुढ़क रहा है। गुरुवार सुबह तक सड़कों पर यातायात तो प्रभावित रहा ही, साथ ही रेलगाड़ियों की रफ्तार भी सुस्त पड़ गई। उत्तर प्रदेश में ठंड से प्रभावित मरीजों की भी संख्या बढ़ी है। सर्दी लगने से सूबे में 31 और कोहरे से हुए सड़क हादसों में चार लोगों की मौत हो गई जबकि कई घायल भी हुए।
राजधानी की रफ्तार थमी
कोहरे की वजह से राजधानी व शताब्दी एक्सप्रेस से सफर करने वाले यात्री भी बेहाल हैं। भुवनेश्वर राजधानी गुरुवार को लगभग दस घंटे, कोलकाता राजधानी आठ घंटे, पटना राजधानी सात घंटे, लखनऊ शताब्दी आठ घंटे व सियालदह दूरंतो साढ़े सात घंटे की देरी से रवाना हुईं। भुवनेश्वर दूरंतो 19 घंटे की देरी से शुक्रवार सुबह पौने आठ बजे चलेगी। महाबोधि एक्सप्रेस भी 19 घंटे की देरी से शुक्रवार सुबह सात बजे रवाना हुई, जबकि सिलचर संपर्क क्रांति 37 घंटे की देरी से शनिवार को दोपहर 12.15 बजे चलेगी। अन्य ट्रेनों का भी बुरा हाल है। वहीं, हवाई सेवाएं भी कोहरे के कारण बाधित हो रखी हैं।
कांपा जम्मू, न्यूनतम तापमान 2.7
जम्मू-कश्मीर में गुरुवार को भी मौसम में कोई खास सुधार नहीं आया और शुष्क मौसम के बीच लगातार गिर रहे न्यूनतम तापमान से कड़ाके की ठंड का प्रकोप जारी रहा। जम्मू में सुबह व शाम को पड़ रहे घने कोहरे ने जनजीवन पर बुरा असर डाला है। जम्मू में बीती रात को न्यूनतम पारा 2.7 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा, जो इस मौसम का सबसे कम न्यूनतम तापमान भी है। पर्यटक स्थल गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान माइनस 6.0 डिग्री सेल्सियस के साथ कश्मीर और कारगिल माइनस 20.0 डिग्री सेल्सियस के साथ राज्य का सबसे ठंडा क्षेत्र रहा।
शीतलहर की चपेट में हिमाचल
हिमाचल में सक्रिय हुई पश्चिमी हवाओं से आने वाले दिनों में ठंड बढ़ेगी लेकिन अभी बारिश और बर्फबारी की कोई संभावना नहीं है। राज्य में पश्चिमी हवाओं का असर दिखना शुरू हो गया है। समूचा राज्य शीतलहर की चपेट में है। राज्य के मैदानी क्षेत्र पहाड़ों की रानी शिमला से भी ठंडे हो गए हैं। सोलन, ऊना, और सुंदरनगर का न्यूनतम तापमान शिमला से एक से तीन डिग्री सेल्सियस कम चल रहा है। राज्य के मैदानी क्षेत्रों में धुंध का कहर भी शुरू हो गया है। गुरुवार को न्यूनतम तापमान केलंग में माइनस 9.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
उत्तराखंड में भी ठंड से बढ़ी मुश्किल
उत्तराखंड में पड़ रही कड़ाके की ठंड आम लोगों की मुश्किलें बढ़ा रही है। मौसम विभाग की मानें तो अगले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो सकती है। वहीं मैदानी क्षेत्रों में कोहरा परेशान करेगा। इसके अलावा ठंडी और तेज हवाएं सर्दी को चरम पर पहुंचा सकती हैं। अगले 24 घंटों में चमोली, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ की ऊंची पहाड़ियों पर हल्का हिमपात हो सकता है। गुरुवार को वातावरण में हाड़ कंपाने वाली ठंड का असर अधिक रहा। पर्वतीय क्षेत्रों में आसमान में बादलों की हल्की आमद रही। ऋषिकेश, हरिद्वार, रुड़की ठंड की चपेट में रहे।
माइनस में पहुंचा हरियाणा के रेवाड़ी का तापमान
हरियाणा में जनवरी महीना शुरू होते ही हाड़ कंपा देने वाली ठंड का प्रकोप भी शुरू हो गया है। पहाड़ों में बर्फबारी और शीतलहर के कारण गुरुवार को रेवाड़ी का न्यूनतम तापमान जीरो डिग्री से भी नीचे माइनस .5 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं हिसार का तापमान भी तीन डिग्री दर्ज किया गया। तापमान में गिरावट के कारण खेतों में पाला जमने लगा है। उधर, धुंध के कारण दृश्यता शून्य तक पहुंच गई, जिस कारण सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आए।
पंजाब में अमृतसर सबसे ठंडा
पंजाब में भी शीतलहर जारी है। सर्द हवाओं के कारण लोग परेशान हो रखे हैं। ठंड से राहत पाने के लिए लोग तरह-तरह के जुगाड़ करते दिखे। इंडिया मैट्रोलॉजिकल सेंटर चंडीगढ़ के पूर्वानुमान की मानें तो आगामी दिनों में ठंड से कुछ राहत मिलेगी। धुंध और शीतलहर के कारण अमृतसर सबसे ठंडा रहा। यहां न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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