नई दिल्ली। अपने देश से दूर मुसीबत में फंसे भारतीयों का मदद के लिए सुषमा स्वराज ने हमेशा से तत्परता दिखाई है। यही कारण है कि वे सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर काफी सक्रिय रहती हैं। यहां उन्हें सीधे तौर पर अपने नागरिकों से जुड़ने का मौका मिलता है। मुसीबत में फंसे नागरिक यहां उन्हें ट्वीट कर उनसे मदद मांगते हैं इतना ही नहीं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज उन्हें तत्काल जवाब भी देकर उन्हें मदद का आश्वासन देती हैं। जानें उन्होंने अब तक कितनों को मुसीबत से निकाल स्वदेश वापस लाया है। एक ताजा मामले में उन्होंने महिला तस्करी की भेंट चढ़ी केन्या से तीन भारतीय लड़कियों को बचाया है।
जानकारी के मुताबिक, सुषमा स्वराज ने भारत की तीन बेटियों को महिला तस्करी से बचाया है। सुषमा ने कहा, “हमने तीन लड़कियों को केन्या से सकुशल बचाया है। इन लड़कियों को एक संगठन के द्वारा चलाए जा रहे महिला तस्करी के तहत केन्या ले जाया गया था। इनके अलावा सात नेपाली लड़कियों को भी उनके चंगुल से बचाया गया है। उनके पासपोर्ट और मोबाइल फोन्स ले लिए गए थे और उन्हें मोम्बासा में कैद कर के रखा गया था।”
सुषमा ने आगे कहा, हमने लड़कियों को वापस भारत बुला लिया है। अब हम इस मामले की सारी डिटेल पंजाब सरकार के साथ साझा कर रहे हैं ताकि वे तस्करों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई कर सके।
गौरतलब है कि, भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मुश्किल में फंसे कई भारतीयों का भला किया है। ऐसे ही एक मामले में महाराष्ट्र के ठाणे की रहने वाली एक लड़की ने सुषमा स्वराज को ट्वीट कर उनसे मदद मांगी। दरअसल उक्त लड़की के पिता मिस्र में पिछले कई सालों से काम कर रहे थे, जहां उनकी मौत हो गई थी। उसने सुषमा से अपने पिता की बॉडी को भारत वापस लाने के लिए मदद की गुहार लगाई। इस पर सुषमा स्वराज ने तुरंत संज्ञान लेते हुए उसे हरसंभव मदद का आश्वासन दिया था।
सुषमा स्वराज ने अपने जवाब में ट्वीट किया, रीना..”हमने यह देखा। तुम्हारे पिता की दु:खद मौत पर मेरी गहरी संवेदनाएं तुम्हारे साथ है। मिस्र के साइरो में स्थित भारतीय दूतावास आपको इसमें हरसंभव मदद करेगा।” ऐसा लिखते हुए उन्होंने मिस्र स्थित भारतीय दूतावास को भी टैग किया।
आपको बता दें कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने समय-समय पर अपनी दरियादिली दिखाते हुए दूसरे देशों में फंसे कई भारतीयों को सकुशल स्वदेश लाने में मदद कर चुकी हैं। हाल ही में पाकिस्तान से कई नागरिकों को उन्होंने वीजा जारी करवाकर स्वदेश सकुशल वापस लाने का काम किया है।
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