यह मंच राष्ट्र निर्माण की दिशा में 6.67 करोड़ गुजरातियों को और अधिक योगदान करने के लिए सशक्त करेगा
मायगॉव राज्य का 18वां दृष्टांत- मायगॉव गुजरात का आज शुभारम्भ किया गया। नागरिक केंद्रित इस मंच को 4 प्रमुख उद्देश्यों के साथ शुरू किया गया है-
वर्षा जल की बचत और जल बचत के तरीके साझा करने के लिए चर्चा का मंच।
ई-गवर्नेंस के माध्यम से सहज जीवन (ईज ऑफ लिविंग) पर चर्चा का मंच।
स्वच्छता अभियान पर मतदान।
डिजिटल सेवा सेतु पर ब्लॉग।
मायगॉव गुजरात मंच राष्ट्र निर्माण की दिशा में 6.67 करोड़ गुजरातियों को और अधिक योगदान करने के लिए सशक्त बनाएगा।
नागरिकों को एक-दूसरे से जोड़ने वाले दुनिया के सबसे बड़े मंच मायगॉव को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 26 जुलाई 2014 को सरकार को आम आदमी के करीब लाने के विचार के साथ लॉन्च किया था। मायगॉव एक ऐसे मंच के रूप में विकसित हुआ है जो नागरिकों को विचारों और सुझावों का योगदान करने और सहभागी शासन को असलियत में बदलने की अनुमति देता है।
आज मायगॉव मंच- मायगॉवसाथी पर 2.5 करोड़ से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्ता हैं जो विभिन्न नीतिगत मुद्दों पर सक्रिय रूप से विचारों और सुझावों को साझा करते हैं, और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, हैकथॉन, सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों से संबंधित प्रतियोगिताओं जैसी कई गतिविधियों में भी भाग लेते हैं।
मायगॉव भारतीय युवाओं, खासकर देश के दूर-दराज के इलाकों में रहने वालों, के बीच लोकप्रिय लगभग सभी सोशल मीडिया मंचों पर भी मौजूद है। उन्होंने मायगॉवडॉटइन के जरिए सही और समय पर सूचना प्रसारित करके कोविड महामारी के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
हमारा घरेलू चैटबॉट माईगॉव हेल्पडेस्क युवा और बुजुर्ग वर्ग दोनों में बेहद लोकप्रिय है। यह कोविन और हाल ही में डिजिलॉकर ऐप सहित कई सरकारी सेवाओं के साथ जुड़ा हुआ है।
प्रधानमंत्री की कुछ दिन पहले की बातों को प्रतिध्वनित करने के लिए “डिजिटल इंडिया ने प्रौद्योगिकी को और अधिक सुलभ बनाकर लोगों को सशक्त बनाया है।”
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