न्यूज़ डेस्क : देश के कई राज्यों की तरह राजस्थान भी भीषण कोरोना लहर की चपेट में है। बीते सात दिनों में राज्य के हालात ऐसे बिगड़े कि साल भर में जो जिंदगी पटरी पर आई थी वह एक बार फिर फिसल गई है। पूरे राज्य में 15 दिन का लॉकडाउन लगा दिया गया है। सड़कें सूनसान हो गई हैं और अस्पतालों में मरीजों की कतारें लगी हैं। बेड पूरे भर चुके हैं।
राज्य में 10 अप्रैल को 4401 नए मामले आए थे और 18 मौतें हुई थीं। 17 अप्रैल तक हालात ऐसे बिगड़े कि 9,046 नए मरीज मिले और 37 की जान चली गई। 18 अप्रैल को राज्य में पहली बार एक दिन में रिकॉर्ड 10,262 नए रोगी मिले और 42 मौतें हुईं। ऐसे हालात में सीएम अशोक गहलोत ने ताबड़तोड़ 15 दिन के लॉकडाउन का एलान कर दिया।
तीन मई तक सब कुछ बंद
राज्य में तीन मई तक जरूरी सेवाओं को छोड़कर सब कुछ बंद रहेगा। इससे पहले राज्य सरकार ने शनिवार-रविवार का वीकेंड लॉकडाउन लगाया था। अचानक 15 दिन के लॉकडाउन से लोगों के कई जरूरी काम अटक गए।
पर ये दुकानें व सेवाएं खुली रहेंगी
खाने-पीने का सामान, दूध डेयरी, किराना सामान, मंडियां, फल-सब्जियां, डेयरी शाम 5 बजे तक खुलेंगी पर होम डिलिवरी होगी।
फेरी लगाकर शाम 7 बजे तक ही फल-सब्जी बेच सकेंगे। पेट्रोल पंप रात 8 बजे तक ही खुलेंगे।
सार्वजनिक परिवहन सेवाएं जारी रहेंगी। राशन की सरकारी दुकानें सातों दिन खुलेंगी। सभी आवश्यक सेवाओं को छोड़ सरकारी दफ्तर भी बंद रहेंगे।
कारखानों में काम जारी रहेगा।
गांवों में मनरेगा के काम जारी रहेंगे
नरेगा श्रमिकों को बराबर रोजगार मिलेगा।
इन शहरों में सर्वाधिक संक्रमण
राजस्थान में संक्रमण के सर्वाधिक मामले जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, कोटा समेत बड़े शहरों से सामने आ रहे हैं। कोरोना की दूसरी लहर में ग्रामीण इलाकों से भी बड़ी संख्या में मामले सामने आ रहे हैं। अब तक संक्रमित लोगों का आंकड़ा 4 चार लाख पहुंच चुका है। 67 हजार सक्रिय केस हैं। अब तक 3,151 लोगों की जान जा चुकी है।
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