कॉन्फ्रेंस में मध्यप्रदेश शासन के स्वास्थ्य मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट जी ने कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि अपोलो हॉस्पिटल ग्रुप इस कॉन्फ्रेंस को इंदौर शहर में करवा रहा है, यह गौरव की बात है। खाने की थाली में न्यूट्रिशंस का होना बहुत ज्यादा मायने रखता है। मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने यहां उनके मिलावट दूर करने के अभियान पर भी बात की और कहा कि आप सभी से यही अपेक्षा करता हूं कि हम सब मिलावट को मिलकर दूर करेंगे। मिलावट के खिलाफ मिलकर लड़ेंगे। अगर हम अच्छे समाज की कल्पना करते हैं, तो उसमें लोगों का स्वास्थ्य सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है और स्वास्थ्य तभी अच्छा रहेगा, जब हम अच्छा और बेहतर खाना खाएंगे।
“हम सब संकल्प लेते हैं कि हमेशा शुद्ध खरीदेंगे, शुद्ध खाएंगे और शुद्धता के लिए कार्य करेंगे” स्वास्थ्य मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट जी ने 11वीं अपोलो क्लिनिकल न्यूट्रिशन अपडेट 2019 में करीब 600 डाइटिशियंस के साथ में यह संकल्प लिया।”
पहले सत्र में कुआलालंपुर मलेशिया की इंटरनेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी के न्यूट्रिशन एंड डाइटेटिक्स विभाग की प्रमुख डॉ. स्निग्धा मिश्रा ने ‘जीडीएम एंड फेटल आउटकम्स – आर वी डूइंग इनफ’ पर बात की। इसके बाद ‘एविडेंस बेस्ड न्यूट्रीशन केयर : व्हाट इज इट एंड व्हाई इज इट इंपॉर्टेंट?’ पर एकेडमी ऑफ न्यूट्रिशन एंड डाइटेटिक्स के चीफ साइंस ऑफिसर डॉ. इस्थर म्येर्स ने अपनी बात डेलीगेट्स के सामने रखी।
आखिर में समापन सत्र से पहले ‘फैक्ट्स एंड फैक्ट्स ऑफ़ लिपिड्स’ पर पैनल डिस्कशन हुआ, जिसमें साइंटिस्ट (एफ)-हेड लिपिड केमेस्ट्री डिवीजन नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन हैदराबाद के डॉ. एस अहमद इब्राहिम, मलेशिया के सेलंगोर की टेलर्स यूनिवर्सिटी के हेल्थ एंड मेडिकल साइंसेज के प्रोफेसर डॉ. तिलकवती कुरुपिया, चेन्नई के तमिलनाडु गवर्नमेंट मल्टी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की डाइटिशियन मिस मीनाक्षी बजाज और फ्रीडम वैलनेस मैनेजमेंट की फाउंडर मिस नाज़नीन हुसैन शामिल हुए।
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