हर घंटे हाथों को साबुन-पानी से धोना क्या वाकई करता है कोरोना से बचाव, जानें क्या है सच और झूठ

न्यूज़ डेस्क : इन दिनों कोरोना वायरस को लेकर कई तरह के मिथक प्रचलित हो रहे हैं। इन्हें लेकर आम लोगों में काफी भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है। क्या है, इन मिथकों की सच्चाई

 

1-संक्रमण से बचाव में विटामिन-डी और धूप बहुत कारगर हैं-
हकीकत-

विटामिन-डी के भरोसे ही यह वायरस चला जाएगा, ऐसा नहीं है। विटामिन डी का लाभ टीबी मरीजों में देखा गया था। यह इम्यूनिटी भी बढ़ाता है। स्पेन में वैज्ञानिक कोविड-19 के संबंध में दस सप्ताह का ट्रायल कर रहे हैं, ताकि जान सकें कि क्या विटामिन डी की हाई डोज से कोरोना संक्रमण को जानलेवा होने से रोका जा सकता है? पर अभी यह स्पष्ट नहीं है।

 

2-हर एक घंटे में हाथों को साबुन-पानी से धोना चाहिए-
हकीकत-

यह जरूरी नहीं है। आप जब भी कहीं बाहर से आते हैं, तो हाथों को साबुन-पानी से धोना और दूसरे एहतियाती उपायों को अपनाना बहुत जरूरी है। लेकिन अगर आप घर में ही हैं और बाहर की किसी चीज के संपर्क में नहीं आए हैं, तो हर घंटे साबुन-पानी से हाथ धोना जरूरी नहीं है।


3-बेकरी उत्पादों से संक्रमण का खथरा रहता है-
हकीकत-
हाल में डब्ल्यूएचओ के हवाले से एक पोस्ट वायरल हुई थी, जिसमें कहा गया था कि बेकरी उत्पादों से परहेज रखें, क्योंकि वे धोए नहीं जा सकते, इसलिए आसानी से संक्रमित हो जाते हैं। इसका डब्ल्यूएचओ ने खंडन करते हुए कहा कि उसने ऐसी सलाह जारी नहीं की। अभी तक ऐसा कोई प्रमाण नहीं है कि कोरोना से बेकरी उत्पाद आसानी से दूषित हो जाते हैं।

 

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