कैसे हुआ चोरी का खुलासा?
पिछले कुछ महीनों से बड़े म्यूजिक कंसर्ट और क्रिकेट स्टेडियम में मोबाइल चोरी की घटनाएं बढ़ गई थीं। हनी सिंह के शो के दौरान भी कई दर्शकों ने अपने फोन और अन्य कीमती सामान चोरी होने की शिकायत की। जब पुलिस ने CCTV फुटेज और लोकेशन ट्रैकिंग की, तो सामने आया कि हर बार कुछ खास लोग ही इवेंट के दौरान नजर आ रहे थे।
जांच में पाया गया कि यह एक संगठित गैंग है, जो अलग-अलग शहरों में होने वाले बड़े इवेंट्स में चोरी करने के लिए फ्लाइट से सफर करता था।
क्या था इस गिरोह का तरीका?
फ्लाइट से सफर: यह गिरोह चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए हवाई यात्रा करता था, जिससे इनका शक कम हो जाता था।
VIP लुक और हाई-प्रोफाइल अंदाज: ये लोग खुद को हाई-प्रोफाइल बिजनेसमैन या इवेंट मैनेजर के रूप में पेश करते थे।
भीड़ का फायदा उठाना: कंसर्ट और इवेंट्स में जहां हजारों लोग मौजूद होते हैं, वहां ये बड़ी चालाकी से मोबाइल और अन्य कीमती सामान चोरी करते थे।
तुरंत शहर छोड़ देना: चोरी के बाद ये उसी दिन या अगले दिन फ्लाइट पकड़कर दूसरे शहर चले जाते थे, जिससे स्थानीय पुलिस को इन पर शक न हो।
पुलिस ने कैसे पकड़ा?
पुलिस ने जब CCTV फुटेज और मोबाइल लोकेशन ट्रैकिंग की मदद से जांच शुरू की, तो यह गिरोह शक के घेरे में आया।
एयरपोर्ट की फ्लाइट लिस्ट और बुकिंग डिटेल्स से भी पुलिस ने इनके मूवमेंट का पैटर्न देखा।
जब कुछ संदिग्ध लोगों को ट्रैक किया गया, तो पुलिस ने इन्हें चोरी के मोबाइल और अन्य गैजेट्स के साथ रंगे हाथ पकड़ लिया।
गिरोह के पास से क्या बरामद हुआ?
100 से ज्यादा महंगे मोबाइल फोन
लैपटॉप, टैबलेट और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स
नकदी और सोने के गहने
फर्जी पहचान पत्र और पासपोर्ट
अब क्या होगा?
इस गिरोह का भंडाफोड़ होने के बाद पुलिस अन्य राज्यों में हुई इसी तरह की वारदातों की जांच कर रही है। यह भी संभावना जताई जा रही है कि यह गैंग अंतरराष्ट्रीय गिरोह से जुड़ा हो सकता है, जो चोरी किए गए फोन और गैजेट्स को विदेशों में बेचता था।
इस घटना से आयोजकों को भी सतर्क रहने की जरूरत है कि वे इवेंट्स में सुरक्षा को और मजबूत करें। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि क्या इस गिरोह के तार किसी बड़े नेटवर्क से जुड़े हैं?
निष्कर्ष
हनी सिंह के शो में चोरी की इस हाई-प्रोफाइल साजिश ने यह साबित कर दिया कि चोर अब नई तकनीकों और स्मार्ट ट्रिक्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। हालांकि, पुलिस की मुस्तैदी और आधुनिक जांच तकनीकों की वजह से इस गिरोह का पर्दाफाश हो गया। अब देखना होगा कि इस गिरोह के और कितने सदस्य पकड़ में आते हैं और इस केस में और कौन-कौन से नए राज सामने आते हैं!