मुंबई: स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर की जाली हस्ताक्षर, लेटर हेड और मुहर बनाकर दूसरों को ठगने वाली महिला के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है. आरोपी महिला का नाम रेवती खरे है. रेवती देवी के मामले की पुलिस मामले की जांच कर रही है.आरोप है कि रेवती खरे सबको बताती थी कि लता दीदी का ट्रस्ट है, जिसके जरिए वह गरीबों की मदद करती हैं. लोग लता मंगेशकर का नाम और उनका पत्र देख आर्थिक मदद कर देते थे.
लता मंगेशकर को जब यह पता चला तो उनके नाम पर महेश राठौड़ ने रेवती देवी को रुपया दिया तो उन्होंने पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया. नालासोपारा में रहने वाली आरोपी रेवती फरार है.
कुछ दिन पहले नौकरी की चाहत रखने वाले एक व्यक्ति ने एक मंत्री के जाली हस्ताक्षर किए और इसके बाद वह इस फर्जी पत्र को ही मंत्री के पास ले गया और उनसे अधिकारियों द्वारा उनके आदेश का अनुपालन नहीं किए जाने की शिकायत की.
इससे चकित मंत्री को यह एहसास हुआ कि उसने कभी भी इस तरह के किसी पत्र पर हस्ताक्षर नहीं किए. यह घटना यहां आंध्र प्रदेश सचिवालय में कल देर शाम प्रकाश में तब आई जब ‘अली’ नाम का एक व्यक्ति पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री भूमा अखिला प्रिया के पास जा पहुंचा और उनके हस्ताक्षर वाला एक पत्र उनके हाथों में थमा दिया. उसने शिकायत की कि उसे पर्यटन विभाग में नौकरी देने के उनके निर्देश का अधिकारी पालन नहीं कर रहे है.
News Source: khabar.ndtv.com
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