महेश जोशी गिरफ्तार: जल जीवन मिशन घोटाले में 8 घंटे की पूछताछ के बाद ED की बड़ी कार्रवाई

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जयपुर, 24 अप्रैल 2025 – राजस्थान की गहलोत सरकार में लोक निर्माण विभाग मंत्री रहे डॉ. महेश जोशी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने जल जीवन मिशन (JJM) घोटाले में गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि ED ने जोशी से करीब 8 घंटे तक पूछताछ की, जिसके बाद यह गिरफ्तारी हुई। महेश जोशी पर जलदाय विभाग में करोड़ों के फर्जीवाड़े में संलिप्तता का आरोप है।

इस हाई-प्रोफाइल गिरफ्तारी से राजस्थान की राजनीति में भूचाल आ गया है, खासकर तब जब यह मामला कांग्रेस सरकार में ही दर्ज किया गया था। पहले ACB ने मामले की जांच शुरू की थी और अब ED ने इस पर बड़ी कार्रवाई की है।

जल जीवन मिशन केंद्र सरकार की ‘हर घर नल’ योजना है। 2021 में श्री गणपति ट्यूबवेल और श्री श्याम ट्यूबवेल कंपनियों ने फर्जी अनुभव प्रमाण पत्रों के सहारे जलदाय विभाग से सैकड़ों करोड़ों के टेंडर हथियाए। जांच में पाया गया कि इन कंपनियों ने कुल 1400 करोड़ रुपये से अधिक के टेंडर झूठे दस्तावेजों के आधार पर हासिल किए।

ACB ने अगस्त 2021 में जयपुर के एक होटल में छापा मारकर घोटाले का खुलासा किया था, जहां विभागीय अधिकारी और ठेकेदार रिश्वत लेते पकड़े गए थे। बाद में मामला ED और CBI के हवाले कर दिया गया।

ED की जांच में ठेकेदारों और बिचौलियों से पूछताछ में महेश जोशी की भूमिका सामने आई। तीन बार ED ने उनके ठिकानों पर छापे मारे और कई नोटिस भेजे, लेकिन जोशी पेश नहीं हुए। कभी बीमारी का हवाला दिया तो कभी दस्तावेज़ एकत्र करने का।

अंततः 24 अप्रैल को वे खुद ईडी कार्यालय पहुंचे और दस्तावेज सौंपे। 8 घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

जोशी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं। 2009 में सांसद बने और 2018 में हावा महल से विधायक चुने गए। वे गहलोत सरकार में मुख्य सचेतक और फिर कैबिनेट मंत्री भी रहे।

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