वॉशिंगटन डी.सी.:21 फरवरी। भारतीय मूल के काश्यप ‘काश’ पटेल को अमेरिकी संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) का नया निदेशक नियुक्त किया गया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा नामित पटेल की नियुक्ति को सीनेट ने 51-49 के संकीर्ण मतों से मंजूरी दी।
काश पटेल का परिचय
काश पटेल का जन्म 25 फरवरी 1980 को न्यूयॉर्क के गार्डन सिटी में गुजराती माता-पिता के घर हुआ था। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ रिचमंड से स्नातक और पेस यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ लॉ से जूरिस डॉक्टर की डिग्री प्राप्त की। अपने करियर की शुरुआत में, पटेल ने सार्वजनिक रक्षक के रूप में कार्य किया, जहां उन्होंने हत्या, नशीले पदार्थों की तस्करी और जटिल वित्तीय अपराधों से जुड़े मामलों को संभाला।
एफबीआई निदेशक के रूप में नियुक्ति
राष्ट्रपति ट्रम्प ने नवंबर में क्रिस्टोफर रे की जगह काश पटेल को एफबीआई निदेशक पद के लिए नामित किया था। सीनेट में हुए संकीर्ण मतदान में 51-49 मतों से उनकी नियुक्ति की पुष्टि हुई। इस दौरान, रिपब्लिकन सीनेटर सुसान कॉलिन्स और लिसा मुर्कोव्स्की ने सभी 47 डेमोक्रेट्स के साथ पटेल के खिलाफ मतदान किया।
निदेशक के रूप में प्राथमिकताएँ
अपनी पुष्टि के बाद, पटेल ने एफबीआई को एक ऐसी एजेंसी बनाने का संकल्प लिया जो “पारदर्शी, जवाबदेह और न्याय के प्रति प्रतिबद्ध” हो। उन्होंने कहा, “जो लोग अमेरिकियों को नुकसान पहुँचाने की कोशिश करेंगे, उन्हें यह चेतावनी है कि हम उन्हें दुनिया के हर कोने में ढूंढ निकालेंगे। मिशन पहले, अमेरिका हमेशा। चलिए काम शुरू करते हैं।”
भारतीय विरासत और पेशेवर पृष्ठभूमि
हालांकि पटेल का जन्म और पालन-पोषण अमेरिका में हुआ, लेकिन उन्होंने अक्सर अपनी भारतीय विरासत और मूल्यों के बारे में बात की है। उनका पेशेवर कार्य मुख्यतः अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा, खुफिया और कानून प्रवर्तन पर केंद्रित रहा है। एफबीआई निदेशक बनने से पहले, उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में उप सहायक और आतंकवाद विरोधी वरिष्ठ निदेशक के रूप में कार्य किया, जहां उन्होंने आईएसआईएस और अल-कायदा के नेताओं को समाप्त करने और अमेरिकी बंधकों की सुरक्षित वापसी जैसे मिशनों का नेतृत्व किया।
काश पटेल की यह नियुक्ति न केवल भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए गर्व का विषय है, बल्कि यह दर्शाती है कि अमेरिकी प्रशासन में विविधता और समावेशिता को महत्व दिया जा रहा है।