बेलारूस के ग्रोड्नो क्षेत्र में उच्च-विकास अवसर: जीटीटीसीआई और प्रतिनिधिमंडल की व्यावसायिक बैठक

व्यावसायिक बैठक के मुख्य बिंदु

बैठक का प्रमुख उद्देश्य नए निवेश अवसरों का अन्वेषण करना और ग्रोड्नो क्षेत्र में व्यापारिक संभावनाओं को तलाशना था। इस बैठक में व्यापार और निवेश के विभिन्न क्षेत्रों पर विस्तृत चर्चा की गई, जिनमें औद्योगिक विनिर्माण, कृषि, लॉजिस्टिक्स और नवाचार-संचालित उद्यम शामिल थे।

प्रतिनिधिमंडल और भागीदारों की प्रमुख भूमिका

इस महत्वपूर्ण बैठक में ग्रोड्नोइन्वेस्ट फ्री इकोनॉमिक ज़ोन के उप प्रमुख श्री रुस्लान किज़ेलेविच, ग्रोड्नो क्षेत्रीय कार्यकारी समिति की अर्थशास्त्र समिति की उप प्रमुख सुश्री अन्ना बोरिसेविच, और समिति की विदेशी आर्थिक गतिविधि विभाग की मुख्य विशेषज्ञ सुश्री याना विनेल शामिल थीं।

भारत की ओर से, GTTCI के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. गौरव गुप्ता, GTTCI की चेयरपर्सन डॉ. रश्मि सलूजा, मुख्य सलाहकार श्री राकेश अस्थाना, और निदेशक श्री शुभम गुप्ता ने बैठक में भाग लिया और व्यापारिक संभावनाओं पर गहन चर्चा की।

ग्रोड्नो क्षेत्र: भारतीय निवेशकों के लिए संभावनाओं का केंद्र

ग्रोड्नो क्षेत्र बेलारूस का एक प्रमुख आर्थिक केंद्र है, जो अपने मुक्त आर्थिक क्षेत्र (Free Economic Zone – FEZ) के लिए प्रसिद्ध है। इस क्षेत्र में निवेश करने के कई रणनीतिक लाभ हैं, जिनमें शामिल हैं:

सहायक सरकारी नीतियां – बेलारूस सरकार विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने के लिए विशेष प्रोत्साहन योजनाएं चला रही है।
औद्योगिक और कृषि क्षेत्र में अपार संभावनाएं – भारत-बेलारूस व्यापार संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए ग्रोड्नो एक प्रमुख हब साबित हो सकता है।
लॉजिस्टिक्स और व्यापार संपर्क – यूरोप और एशिया के व्यापार मार्गों से जुड़ा ग्रोड्नो क्षेत्र अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए अत्यधिक अनुकूल है।
नवाचार और टेक्नोलॉजी आधारित उद्यम – स्टार्टअप्स और टेक कंपनियों के लिए ग्रोड्नो क्षेत्र में विकसित हो रहे अवसर अत्यधिक लाभकारी हो सकते हैं।

GTTCI का आह्वान: भारतीय उद्योग जगत के लिए सुनहरा अवसर

GTTCI ने भारतीय निवेशकों और व्यवसायों को ग्रोड्नो क्षेत्र में उपलब्ध व्यापारिक संभावनाओं का लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया। अनुकूल कारोबारी माहौल और बेलारूस सरकार के मजबूत समर्थन के साथ, ग्रोड्नो व्यापार और निवेश के लिए एक आशाजनक गंतव्य बन रहा है।

निष्कर्ष

इस बैठक ने भारत और बेलारूस के बीच आर्थिक सहयोग को एक नई दिशा दी है। नवाचार, कृषि, औद्योगिक उत्पादन और लॉजिस्टिक्स में निवेश की व्यापक संभावनाएं मौजूद हैं। भारतीय कंपनियों और उद्यमियों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है कि वे ग्रोड्नो क्षेत्र की व्यापारिक संभावनाओं का लाभ उठाएं और द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करें।

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