डेगू की स्थिति में मृत्युदर लगभग एक प्रतिशत है। यह बरसात के मौसम में तेजी से फैलता है। आपको या आपके पड़ोसी को अगर डेंगू बुखार हो जाता है, तो इससे बचने के उपाय अपनायें। सबसे पहले रक्त जांच करायें और अपने आसपास मच्छरों से सुरक्षा के उपाय अपनायें। वैसे इस रोग का बेहतर इलाज सावधानी ही है।
डेंगू के प्रकार
डेंगू वायरस के चार मुख्य प्रकार हैं। एक व्यक्ति अपने जीवनकाल में सिर्फ एक बार ही किसी खास प्रकार के डेंगू से संक्रमित होता है। क्लासिक डेंगू साधारण प्रकार का डेंगू है, यह स्वयं ही ठीक होने वाला है और इससे मृत्यु नहीं होती, लेकिन यदि व्यक्ति को डेंगू हीमोरेगिक बुखार या डेगू शाक सिंड्रोम हुआ है और इसका ठीक प्रकार से उपचार नहीं किया गया, तो व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है ।
डेंगू से बचने के उपाय
डेंगू से बचने के लिए सबसे जरूरी है मच्छरों से बचना, जिनसे कि डेंगू का वायरस फैलता है। से क्षेत्र जहां डेंगू फैल रहा है, वहां पानी को जमा ना होने दें। कूलर का पानी बदलें, गमले या सड़कों पर पानी जमा ना होने दें। बरसात में या ऐसे क्षेत्रों में जहां मच्छर हों, वहां मच्छरों से बचने का हरसंभव प्रयास करें। आप जिस क्षेत्र में रह रहे हैं, वहां मच्छर अधिक हैं, तो मास्कीटो रिपेलेंट का प्रयोग जरूर करें। अपने घर, बच्चों के स्कूल और ऑफिस की साफ-सफाई पर भी नजर रखें।
डेंगू बुखार के लक्षण इस बात पर प्रकार का है। सामान्यतः डेंगू बुखार के लक्षण कुछ ऐसे होते हैं : ठंड के साथ अचानक तेज बुखार होना। ब्लड प्रेशर का सामान्य से बहुत कम हो जाना। मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द होना । सरदर्द होना । भूख कम लगना। गले में दर्द होना। शरीर पर रैशेज भी हो सकते हैं। डेंगू बुखार दो से चार दिनों तक रहता है।
डेंगू कैसे फेलता है
डेंगू बुखार उस मच्छर के काटने से होता है, जिसने पहले से ही किसी डेंगू संक्रमित व्यक्ति को काटा हो और यह उन जगहों पर तेजी से फैलते हैं, जहां पानी जमा हो। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे में नहीं फैलता, लेकिन उस मच्छर के काटने से होता है, जिसने किसी संक्रमित व्यक्ति को काटा है। डेगू उन लोगों को जल्दी प्रभावित करता है, जिनकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। यह भी हो सकता है कि डेंगू बुखार एक ही व्यक्ति को कई बार हो जाए, लेकिन ऐसी स्थिति में बुखार के प्रकार भिन्न होंगे। , मलेरिया की तरह डेंगू बुखार भी मच्छरों के काटने से फैलता है। इन । मच्छरों को “एडीज मच्छर कहते हैं और यह दिन में काटते हैं ।
डेंगू का इलाज
वायरल संक्रमण है और इसलिए यह बीमारी स्वयं ही एक से दो हफ्तों में ठीक हो जाती है। बीमारी का इलाज इससे होने वाली समस्याओं की कम करके ही किया जा सकता है। सामान्य बुखार की स्थिति में पैरासिटामाल दिया जा सकता है।
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