नई दिल्ली,22 अप्रैल। कैथोलिक ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस का अंतिम संस्कार 26 अप्रैल को किया जाएगा। जानकारी वेटिकन ने दी है। निधन के बाद उनकी पहली तस्वीर भी जारी की गई है। उनके पार्थिव शरीर को ताबूत में रखा गया है। शव के पास ही धार्मिक नेताओं द्वारा प्रार्थनाएं की गईं।
अंतिम संस्कार की तैयारी आज से शुरू होगी। कैथोलिक चर्च के कार्डिनल (पादरी) आज वेटिकन आएंगे। अंतिम संस्कार में दुनियाभर के नेता और आम लोग जुटेंगे।
पोप का सोमवार को 88 साल की उम्र में निधन हुआ। वेटिकन के मुताबिक स्थानीय समयानुसार सुबह 7 बजकर 35 मिनट पर पोप ने आखिरी सांस ली।
वेटिकन के मुताबिक पोप का निधन स्ट्रोक और हार्ट फैलियर से हुआ। इटैलियन मीडिया ने भी बताया था कि ब्रेन स्ट्रोक की वजह से पोप के दिमाग में रक्तस्राव हो गया था।
पोप की आखिरी पब्लिक अपियरेंस, ईस्टर पर शुभकामनाएं दीं
अपनी मृत्यु से एक दिन पहले पोप फ्रांसिस ने ईस्टर संडे के लिए मौन आशीर्वाद दिया। उन्होंने एक बयान जारी कर गाजा समेत दुनिया भर में चल रहे संघर्ष पर बात की और शांति की अपील की।
पोप के निधन पर भारतीय गृह मंत्रालय ने 3 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। पहले दो दिन का राष्ट्रीय शोक 22 और 23 अप्रैल को रहेगा, जबकि तीसरे दिन का राष्ट्रीय शोक अंतिम संस्कार वाले दिन रहेगा।
ताबूत में रखा गया पोप का शव, सेंट पीटर्स बेसिलिका में दर्शन के लिए रखा जाएगा
कल रात 11:30 बजे वेटिकन में पोप का शव ताबूत में रखा गया। उनके वेटिकन स्थित सेंट मार्था निवास पर कार्डिनल केविन जोसेफ फैरेल ने उनका शव ताबूत में रखा। बुधवार को उनका शव सेंट पीटर्स बेसिलिका में रखा जा सकता है।
पोप फ्रांसिस का अंतिम संस्कार सदियों पुरानी परंपरा के अनुसार होगा। इसमें कई दिनों तक चलने वाले धार्मिक अनुष्ठान होंगे। उनके पार्थिव शरीर को दर्शनों के लिए रखा जाएगा। दुनिया भर से लोग अंतिम संस्कार से पहले उन्हें श्रद्धांजलि दे सकेंगे।
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