महिला ने लगाए गंभीर आरोप
पीड़िता, जो 2017 से बजिंदर सिंह के चर्च में नियमित रूप से जाती रही हैं, ने रविवार को पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। अपनी शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया कि पादरी ने आध्यात्मिक मार्गदर्शन देने के बहाने उनका मोबाइल नंबर लिया और उसके बाद उन्हें आपत्तिजनक संदेश भेजने शुरू कर दिए।
शुरुआती दौर में महिला ने इन संदेशों को नज़रअंदाज़ किया क्योंकि वह अपने परिवार और समाज में पादरी की प्रतिष्ठा को देखते हुए शिकायत करने से डर रही थीं। लेकिन मामला तब और गंभीर हो गया जब 2022 में पादरी ने कथित रूप से महिला को चर्च के एक केबिन में कई बार अकेले बुलाया और वहां उसके साथ अनुचित व्यवहार किया।
पादरी पर लगे गंभीर आरोप
महिला का दावा है कि इन गोपनीय मुलाकातों के दौरान पादरी ने उसे जबरन गले लगाया और अन्य अनुचित हरकतें कीं। सिंह के प्रभावशाली व्यक्तित्व और धार्मिक समुदाय में ऊंचे दर्जे के कारण पीड़िता खुद को असहाय महसूस कर रही थी और विरोध करने से डर रही थी।
बजिंदर सिंह की लोकप्रियता सिर्फ स्थानीय चर्च तक ही सीमित नहीं थी। उनके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे यूट्यूब शॉर्ट्स और इंस्टाग्राम रील्स पर लाखों फॉलोअर्स हैं। उनकी लोकप्रियता बॉलीवुड सेलेब्रिटीज चंकी पांडे और आदित्य पंचोली तक फैली हुई थी, जिन्होंने कभी उनके धार्मिक कार्यों का समर्थन किया था। लेकिन अब, इन आरोपों ने उनकी छवि पर गहरा सवाल खड़ा कर दिया है और यह चिंता भी बढ़ा दी है कि धार्मिक प्रभाव रखने वाले लोगों द्वारा सत्ता और विश्वास का दुरुपयोग कैसे किया जा सकता है।
धर्म के नाम पर विश्वास का दुरुपयोग
यह पहली बार नहीं है जब किसी धार्मिक नेता पर इस तरह के गंभीर आरोप लगे हैं। किसी भी धर्म का मूल उद्देश्य नैतिकता, सच्चाई और आस्था को बढ़ावा देना होता है, लेकिन जब कोई धार्मिक नेता अपने पद और प्रभाव का गलत उपयोग करता है, तो वह न केवल व्यक्तिगत पीड़ितों को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि पूरे समुदाय की छवि को भी धूमिल करता है।
पुलिस कार्रवाई और जांच जारी
पंजाब पुलिस ने बजिंदर सिंह के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है, जिनमें शामिल हैं:
- धारा 354A (यौन उत्पीड़न)
- धारा 354D (पीछा करना या स्टॉकिंग)
- धारा 506 (आपराधिक धमकी देना)
पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है और अन्य संभावित पीड़ितों को भी आगे आने और शिकायत दर्ज कराने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।
समाज में चर्चा का विषय
इस घटना के बाद स्थानीय धार्मिक समुदाय में भारी असंतोष देखने को मिल रहा है। जहां कुछ लोग इसे एक व्यक्तिगत मामला मान रहे हैं, वहीं कई लोग इसे धार्मिक नेताओं के आचरण और जवाबदेही से जुड़ा बड़ा सवाल मान रहे हैं।
समाज में इस तरह के मामलों को लेकर चर्चाओं का दौर तेज हो गया है और लोग इस पर जोर दे रहे हैं कि धर्म के नाम पर किसी भी तरह के शोषण को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।
अब देखना यह है कि जांच में क्या नया सामने आता है और बजिंदर सिंह को इस मामले में क्या सजा मिलती है। फिलहाल, पीड़िता की हिम्मत और पुलिस की सक्रियता से यह मामला प्रकाश में आया है, जिससे यह संदेश जाता है कि ऐसे अपराध करने वालों को बचाया नहीं जाएगा, चाहे वे कितने भी प्रभावशाली क्यों न हों।