ट्रंप ने भारत के लिए $21 मिलियन वोटर फंड को बताया ‘किकबैक’, BJP ने जांच की मांग की

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,22 फरवरी। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत में मतदाता टर्नआउट बढ़ाने के लिए अमेरिका द्वारा $21 मिलियन (लगभग 175 करोड़ रुपये) की फंडिंग को ‘किकबैक स्कीम’ करार दिया है। उनके इस बयान के बाद भारतीय राजनीति में उबाल आ गया है और भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इस मामले की गहन जांच की मांग की है

ट्रंप ने क्यों उठाए सवाल?

  • रिपब्लिकन गवर्नर्स एसोसिएशन (RGA) की बैठक में ट्रंप ने इस फंडिंग पर सवाल उठाया।
  • उन्होंने कहा, “हम भारत के चुनावी टर्नआउट की चिंता क्यों कर रहे हैं? हमारे पास खुद के लिए काफी समस्याएं हैं। हमें अपनी चुनावी प्रक्रिया पर ध्यान देना चाहिए, क्या यह सही नहीं है?”
  • ट्रंप ने बांग्लादेश और नेपाल में भी इसी तरह की अमेरिकी फंडिंग का जिक्र किया और इसे ‘किकबैक’ करार दिया

BJP ने की जांच की मांग

BJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रीदीप भंडारी ने इस मुद्दे पर कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए सोशल मीडिया पर लिखा:

“डोनाल्ड ट्रंप ने दूसरी बार कहा है कि भारत में मतदाता टर्नआउट के लिए $21 मिलियन की राशि दी गई। उन्होंने इसे ‘किकबैक स्कीम’ बताया। यह जांच की जानी चाहिए कि क्या राहुल गांधी और कांग्रेस इस फंडिंग के लाभार्थी थे!”

DOGE ने की फंडिंग रद्द

  • DOGE (डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी), जो कि एलोन मस्क के नेतृत्व में काम कर रहा है, ने इस फंडिंग को फरवरी 16 को रद्द कर दिया।
  • DOGE ने इसे उन सरकारी कार्यक्रमों की सूची में रखा, जो अमेरिकी करदाताओं के पैसे का गलत इस्तेमाल करते हैं
  • यह भी खुलासा हुआ कि बांग्लादेश के लिए $22 मिलियन और नेपाल के जैव विविधता प्रोजेक्ट के लिए भी बड़े अनुदान की योजना थी, जिसे अब बंद कर दिया गया है।

ट्रंप ने फिर दोहराई बात

  • ट्रंप ने 19 फरवरी को फिर से इस मुद्दे को उठाया और अमेरिकी चुनावों में विदेशी हस्तक्षेप की चिंताओं से इसकी तुलना की
  • उन्होंने कहा,

    “मुझे भारत और उसके प्रधानमंत्री का बहुत सम्मान है। लेकिन हम भारत में मतदाता टर्नआउट के लिए $21 मिलियन क्यों दे रहे हैं? हमें अपने देश में मतदाता टर्नआउट की चिंता होनी चाहिए!”

अमेरिकी सरकार की चुप्पी और BJP का दबाव

  • अभी तक अमेरिकी सरकार ने स्पष्ट नहीं किया है कि भारत में यह फंडिंग किस संस्था को दी गई थी
  • BJP ने इस मुद्दे पर और गहराई से जांच की मांग की है ताकि यह पता लगाया जा सके कि फंडिंग का उपयोग किन उद्देश्यों के लिए किया गया और क्या किसी राजनीतिक दल को इसका लाभ मिला

क्या होगा आगे?

  • भारत सरकार इस मामले की समीक्षा कर रही है और USAID की गतिविधियों की जांच की जा रही है।
  • इस विवाद से भारत-अमेरिका संबंधों पर असर पड़ सकता है, खासकर चुनावी संप्रभुता से जुड़े संवेदनशील मुद्दों को लेकर
  • आने वाले दिनों में BJP और कांग्रेस के बीच इस मुद्दे पर और अधिक राजनीतिक टकराव देखने को मिल सकता है

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