जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती शोभा यात्रा पर रोक को लेकर VHP का दिल्ली पुलिस पर तीखा हमला, कहा – ‘कट्टरपंथियों को खुश करने की कोशिश’

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,12 अप्रैल।
विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने दिल्ली पुलिस द्वारा जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती शोभा यात्रा की अनुमति न दिए जाने के फैसले पर कड़ा विरोध जताया है। संगठन ने इसे “इस्लामी कट्टरपंथियों के सामने आत्मसमर्पण” और “हिंदू भावनाओं का अपमान” करार दिया है।

VHP के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर दिल्ली पुलिस के निर्णय को गंभीर चिंता का विषय बताया। उन्होंने कहा, “राजधानी दिल्ली में सिर्फ इसलिए शोभा यात्रा पर प्रतिबंध लगाना कि पहले किसी आतंकी मानसिकता वाले समूह ने हमला किया था, न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि हिंदू समाज के खिलाफ पूर्वाग्रह भी दर्शाता है।”

बंसल ने आरोप लगाया कि पुलिस हमलावरों पर कार्रवाई करने की बजाय शांतिपूर्ण धार्मिक आयोजनों पर रोक लगा रही है, जो कि सीधा अन्याय है। उन्होंने यह भी कहा कि शोभा यात्रा के लिए एक महीने पहले प्रशासन को सूचित किया गया था और सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थीं, इसके बावजूद आखिरी वक्त पर रोक लगाना बेहद आपत्तिजनक है।

VHP प्रवक्ता ने कहा कि यह निर्णय न केवल हिंदू समाज को हतोत्साहित करता है, बल्कि उन कट्टरपंथी तत्वों को भी प्रोत्साहन देता है जो धार्मिक आयोजनों में बाधा डालते हैं। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि कुछ अधिकारियों की “हिंदू-विरोधी सोच” दिल्ली पुलिस जैसी बहादुर संस्था की छवि को धूमिल कर रही है।

उन्होंने दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा और उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना से अपील की कि इस फैसले की तुरंत समीक्षा की जाए और हिंदू समाज को उसका संवैधानिक अधिकार – धार्मिक स्वतंत्रता – सुनिश्चित कराया जाए।

दिल्ली पुलिस ने 11 अप्रैल को जारी आधिकारिक आदेश में जहांगीरपुरी इलाके की संवेदनशीलता और कानून-व्यवस्था की आशंकाओं को आधार बनाते हुए शोभा यात्रा पर रोक लगाई थी। हालांकि, पुलिस ने मंदिर परिसरों में धार्मिक अनुष्ठान और कार्यक्रम की अनुमति दी है।

बंसल ने कहा, “यह केवल एक शोभा यात्रा का सवाल नहीं है, बल्कि यह तय करेगा कि राज्य उन लोगों के साथ खड़ा होगा जो शांति से अपना धर्म मनाना चाहते हैं या फिर उन अराजक तत्वों के साथ जो डर का माहौल बनाते हैं।”

उन्होंने कहा कि अगर सरकार और प्रशासन इस तरह के फैसले लेते रहेंगे, तो यह आने वाले समय में धार्मिक आयोजनों पर गंभीर प्रभाव डाल सकते हैं।

जहांगीरपुरी की शोभा यात्रा को लेकर उठा यह विवाद धार्मिक स्वतंत्रता बनाम कानून व्यवस्था की जंग का एक और उदाहरण बन गया है। दिल्ली पुलिस का निर्णय और VHP की तीखी प्रतिक्रिया इस मुद्दे को राजनीतिक और सामाजिक रूप से और भी गरमाने वाला है। अब यह देखना होगा कि प्रशासन इस पर क्या अगला कदम उठाता है।

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